बड़े और बच्चों, दोनों के लिए इस सदी की अद्भूत किताब कौन सी है?
सिटी पोस्ट लाइव : इंसान से बात करती मानव खोपड़ी, खूंटे में चिड़िया का फंसा दाने का एक टुकड़ा, दयालू ब्राहमण,बाघ और होशियार सियार, घड़ियाल और बंदर की कहानी ,परियों की दुनिया जैसी सैकड़ों ऐसी फोक कहानियाँ हैं, जो एक जमाने से हम अपने पूर्वजों से सूनते आये हैं.समय के साथ सामाजिक परिवेश बदला है. जीने का तरीका बदला है और ऐसे में दादी –नानी द्वारा सुनाई जानेवाली ये अमूल्य लोक कहानियाँ लुप्त होती जा रही हैं.इन लोक कथाओं को बचाने की दिशा में देश के जानेमाने पत्रकार नलिन वर्मा ने अद्भूत काम किया है.उन्होंने इन्ही कहानियों को लोगों के जेहन में फिर से ताजा करने के लिए एक किताब लिखी है “ THE GREATEST FOLK STORIES OF BIHAR “.इस किताब ने पूरी दुनिया में धूम मचा दी है.
इस किताब को कई चैप्टर में बांटा गया है.किसी चैप्टर में पक्षियों से जुडी तो किसी में जानवरों की बुद्धिमता से जुडी तो किसी में भगवान और भूत-प्रेत और परियों से जुडी लोक कथाएं हैं. ये लोक कथाएं केवल मनोरंजन ही नहीं करती बल्कि हमें जीवन का पाठ पढ़ाती हैं. हमारी लोक संस्कृति-परंपरा का प्रतिनिधित्व करती हैं.अपने देश के इतिहास को जिस तरह से बचाने के लिए हम पुरातत्व के अवशेषों को डेंट-पेंट के जरिये बचाए रखने का प्रयास करते हैं ,उसी तरह से अपनी लोक संस्कृति और परंपरा और मानव सभ्यता की कहानी को बचाए रखने के लिए नलीन वर्मा ने लोक कथाओं को एक किताब का रूप दिया है.
ये किताब बड़े बुजुर्ग को तो अपनी नानी-दादी की याद तो दिलाती ही है साथ ही नयी पीढ़ी को अपने पूर्वजों से जोडती हैं.ईन कहानियों में प्रेणना है, सबक है और भरपूर मनोरंजन का मादा है. लोक कथाओं को नलिन वर्मा ने अपनी सहज और सरल भाषा में जिस तरह से पुनर्जीवित किया है, वह काबिले-तारीफ़ है.सभी अभिभावकों को ये पुस्तक अपने बच्चों को भेंट करनी चाहिए.
नलिन वर्मा अंगरेजी पत्रकारिता का एक बड़ा नाम है. हिंदुस्तान टाइम्स से अपने करियर की शुरुवात करनेवाले नलिन वर्मा अबतक देश के कई प्रतिष्ठित अंग्रेजी अखबारों ( THE TELEGRAPH, THE STATESMAN ) में बड़ी जिम्मेवारियों का काम संभाल चुके हैं.पत्रकारिता में एक मुकाम हासिल करने के बाद अब नलिन वर्मा देश के प्रतिष्ठित विश्विद्यालय “ THE LOVELY UNIVERSITY में अध्यापन का काम कर रहे हैं.अंगेजी साहित्य की दुनिया में उनका नाम सबसे पहले लालू यादव के जीवन पर लिखी पुस्तक “ THE RAYSINA HILL TO GOPALGANJ “ से आया. इस पुस्तक के नलिन वर्मा सह-लेखक हैं.ये किताब देश दुनिया में खूब चर्चित हुई.