कोरोना से देश तबाह है, अर्थ-व्यवस्था चौपट फिर भी PM मोदी के काम से 78 फीसदी लोग खुश

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सिटी पोस्ट लाइव : 78 फीसदी लोग PM नरेंद्र मोदी के कामकाज से हैं खुश हैं.सबसे खास बात 42% मुस्लिम भी मोदी के कामकाज को अच्छा मानते हैं. एक सर्वे के अनुसार मोदी की लोकप्रियता में 25 फीसदी इजाफा हुआ है.यानी समय के साथ मोदी की लोकप्रियता बढती जा रही है. आज जब मोदी अपने दूसरे कार्यकाल के तकरीबन सवा साल पूरे कर चुके हैं.. एक सर्वे के नतीजों के मुताबिक देश में 78 फीसदी लोग मोदी के कामकाज को या तो बहुत अच्छा या फिर अच्छा मानते हैं.

प्रधानमंत्री के तौर पर  नरेंद्र मोदी की परफॉर्मेंस 30 फीसदी लोगों ने बेहतरीन, बताया है जबकि 48 फीसदी लोगों ने मोदी का प्रदर्शन पीएम के रूप में अच्छा बताया हाई. यानी 78 फीसदी लोग पीएम मोदी के कामकाज से खुश हैं. 17 फीसदी लोग ऐसे हैं, जिन्हें लगता है कि पीएम के रूप में नरेंद्र मोदी का प्रदर्शन औसत है. पांच फीसदी ऐसे लोग भी हैं जिन्हें लगता है कि मोदी की परफॉर्मेंस खराब है.अगस्त 2020 के लिए किए इस सर्वे में मोदी की परफॉर्मेंस देश के चारों कोनों में ही नहीं बल्कि हर समुदाय और शहरी व ग्रामीण इलाकों के लोगों के बीच सराही गई है. उत्तर भारत में 75 फीसदी लोग नरेंद्र मोदी के काम से खुश हैं तो दक्षिण में 73 फीसदी लोग अच्छा मान रहे हैं. वहीं, पूर्वोत्तर में 79 फीसदी तो पश्चिम भारत में 83 फीसदी लोग पीएम मोदी के परफॉर्मेंस को बेहतरीन मानते हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता हर समुदाय में बढ़ी है. सर्वे के मुताबिक देश के 83 फीसदी हिंदू मोदी की परफॉर्मेंस से खुश हैं तो 42 फीसदी मुस्लिम भी उनके कामकाज को अच्छा मानते हैं. अन्य समुदाय के 58 फीसदी लोगों ने पीएम मोदी के काम की तारीफ की. शहरी इलाके में 80 फीसदी लोग तो ग्रामीण समुदाय के 78 फीसदी लोग पीएम मोदी के कामकाज से खुश हैं. गौरतलब है कि आजतक के लिए ये सर्वे कर्वी इनसाइट्स लिमिटेड ने किया है.इस सर्वे में 12 हजार 21 लोगों से बात की गई. इनमें से 67 फीसदी ग्रामीण जबकि शेष 33 फीसदी लोग शहरी थे. 19 राज्यों की कुल 97 लोकसभा और 194 विधानसभा सीटों के लोग सर्वे में शामिल किए गए.

खास बात ये है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी मौजूदा समय में लोकप्रियता के सबसे ऊंचे मुकाम पर हैं. जनवरी 2020 में यह आंकड़ा 68 फीसदी था, जो अगस्त 2020 में बढ़कर 78 फीसदी पर पहुंच गया है. ऐसे ही जनवरी 2019 में 54 फीसदी तो अगस्त 2019 में ये 71 फीसदी था. इसी तरह जनवरी 2018 में ये आंकड़ा 61 फीसदी, अगस्त 2018 में 55 फीसदी, जनवरी 2017 में 69 फीसदी, अगस्त 2017 में 63 फीसदी, फरवरी 2016 में 58 फीसदी, अगस्त 2016 में 53 फीसदी पर था. अगस्त 2016 से अगस्त 2020 के बीच इसमें 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

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