रांची रिम्स अस्पताल से भागे कोरोना वायरस के 29 संदिग्ध, रिम्स प्रबंधन में मचा हडकंप

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रांची रिम्स अस्पताल से भागे कोरोना वायरस के 29 संदिग्ध,  रिम्स प्रबंधन में  मचा हडकंप 

सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखण्ड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स से बीती रात  कोरोना वायरस के 29 संदिग्ध बिना सूचना के भाग निकले। इस खबर से रिम्स प्रशासन और प्रबंधन में हडकंप मचा हुआ है। सूत्रों के अनुसार कोरोना वायरस  के संक्रमण के संदेह राज्यभर के  32 संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था । इन सभी मरीजों की जरूरी जांच और निगरानी चल रही थी । इसी बीच मंगलवारी की रात इनमें से 29 मरीज बिना सूचना के मंगलवार की रात रिम्स से भाग निकले। जिससे रिम्स प्रबंधन में हड़कंप मच गया है । दरअसल इन सभी की जांच रिर्पोट अभी आना बाकी है ऐसे में सबसे बडा खतरा यह  है कि भागे गए  संदिगधों में से किसी का भी रिर्पोट पॉजीटिव निकलने तक वह कई लोगों को अपनी चपेट में ले सकता है।

सभी  संदिग्धों की पहचान करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने आम लोगों को अलर्ट किया है।  इस संबंध में बुधवार को रिम्स निदेशक डॉ डीके सिंह ने कहा कि अगर कोई भी संदिग्ध रिम्स में भर्ती हो रहा है, तो उसे तब तक आइसोलेशन वार्ड में रहना है, जब तक उसकी रिपोर्ट निगेटिव न आ जाए। वहीं पॉजिटिव आने पर उसे क्वारंटाइन वार्ड में शिफ्ट कर उचित इलाज किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अगर संदिग्ध रिम्स से बिना बताए भाग जा रहे हैं, तो यह उनके संपर्क में आने वालों के लिए खतरे की घंटी है।  अगर जांच रिपोर्ट में कोरोना पॉजीटिव हो जाता है, तो उन सभी को भी कोरोना वायरस होने का खतरा रहेगा, जो संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आएंगे। उन्होंने कहा कि अगर भागे हुए मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो उनपर मुकदमा भी किया जाएगा। आगरा में ऐसा किया जा चुका है।

उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के संदिग्धों को राज्यभर से जांच के लिए रिम्स भेजा जा रहा है। ऐसे संदिग्ध आइसोलेशन वार्ड में भर्ती होकर सैंपल देने के बाद अस्पताल प्रबंधन को बगैर सूचना दिए फरार हो जा रहे हैं। मेडिकल टर्म में इसे लामा (लिव अगेंस्ट मेडिकल एडवाइस) कहा जाता है। वे सैंपल देने के बाद अपनी रिपोर्ट का भी इंतजार नहीं कर रहे। रिम्स में अब तक 32 संदिग्ध का सैंपल लिया जा चुका है, जिनमें से 90 फीसद संदिग्ध फरार हो चुके हैं। फरार होने वाले संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उनसे संपर्क में आने वालों के लिए भी यह खतरे की घंटी होगी। रिम्स के पहले भी गिरिडीह और गुमला अस्पताल से कोरोना के संदिग्ध मरीजों के भाग जाने की भी सूचना है । गौरतलब है कि झारखण्ड में  लगातार कोरोना वायरस के संदिग्ध मिलने की रिर्पोट आरही है। ताजा मामले में लातेहार सदर अस्पताल में भी कोरोना वायरस का संदिग्ध पाया गया है। लातेहार जिला के बरवाडीह प्रखंड अंतर्गत गणेशपुर निवासी शकील उरांव पिता हरि उरांव उम्र (20 वर्ष) में कोरोना वायरस से संक्रमण के लक्षण देखे पाए जाने के बाद मरीज को चिकित्सकों ने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

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