2017 एनआईटी नाव हादसाः दोषी पाये गये ट्रैफिक डीएसपी, मिली यह सजा..
सिटी पोस्ट लाइवः 2017 में एनआईटी नाव हादसा मामले में ट्रैफिक डीएसपी अली अंसारी को दोषी पाया गया है और उनके तीन वेतन को रोकने की सजा दी गयी है। आपको बता दें कि 2017 में मकर सक्रांति के दिन सोनपुर के सबलपुर दियारा से पटना के एनआइटी घाट आने के दौरान नाव हादसे का शिकार हो गयी थी। 14 जनवरी 2017 को हुए इस हादसे में 24 लोगों की मौत हो गयी थी। इस मामले में प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन और डीआजी केंद्रीय क्षेत्र की संयुक्त द्वारा किए गए जांच में पाया गया कि एम्यूजमेंट पार्क में जमा भीड़ की वजह से नाव हादसा हुई, उस दौरान ट्रैफिक डीएसपी मो. अली अंसारी को वहां रहना चाहिए था, परन्तु वो अनुपस्थित थे. दो साल पहले 14 जनवरी 2017 को सोनपुर थाने के सबलपुर दियारा से पटना के छप्ज् घाट (गांधी घाट) के लिए आ रही पर्यटकों से खचाखच भरी दो निजी नावें गंगा नदी में समा गयी थी.
सभी पर्यटक पतंग उत्सव में शामिल होकर लौट रहे थे, इस दौरान दोनों नावें ओवरलोड थीं. शाम को पांच बजे ही लौटने के लिए पर्यटन निगम के नावों को बंद कर दिया गया था. शाम होने की वजह से साथ हड़बड़ा कर लोग लौटने लगे थे.इस हादसे में शुरू में 30 लोगों की मौत की आशंका जतायी गयी थी. परन्तु अगले दिन 24 लोगों के मरने की पुष्टि हुई. इस दौरान देर रात तक गोताखारों की मदद से 21 शवों को नदी से बाहर निकाल लिया गया था. इस मामले की संयुक्त रूप से जांच कर रहे आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव और डीआजी केंद्रीय क्षेत्र में बताया गया कि नाव हादसे का कारण एम्यूजमेंट पार्क में जमा होने वाली भीड़ थी. डीएसपी अंसारी को वहां होना चाहिए था, लेकिन वह अपनी बेटी का जन्मदिन मनाने चले गये.