पटना मेट्रो से कनेक्टिविटी को चलेंगी सौ नई सिटी बसें और एक हजार ई-रिक्शे
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की राजधानी पटना में मेट्रो कब शुरू होगा ,पता नहीं.लेकिन मेट्रो से कनेक्टिविटी के लिए नयी व्यवस्था क्या होगी अभी से तैयारी शुरू हो चुकी है. मेट्रो स्टेशन तक आसानी से पहुँचने के लिए सौ नई सिटी बसें चलाई जाएंगी. परिवहन विभाग ने बसों की खरीद के लिए 27 करोड़ रुपये का प्रावधान कर दिया है. सिटी बस सर्विस के तहत हर मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों को लो फ्लोर बस की सुविधा उपलब्ध होगी.
पटना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत मेट्रो स्टेशन तक आवागमन को सुगम बनाने के लिए 1000 ई-रिक्शा की भी खरीद होगी. पटना मेट्रो रेल परियोजना को गति देने के लिए गत दिनों हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद की अध्यक्षता में हुई बैठक में ये महत्वपूर्ण निर्णय सामने आया. पटना के प्रमंडलीय आयुक्त रोबर्ट एस. चोंगथू के अनुसार मेट्रो की कनेक्टिविटी रूट पर चलाने के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 1,000 ई-रिक्शा की खरीद प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने जेम पोर्टल पर निविदा भी निकाल दी है. इसी कड़ी में ई-बस भी चलाने की योजना है. शीघ्र ही ई-बस की खरीद प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी.
परिवहन विभाग से वर्तमान में चल रही सिटी बसों का ब्योरा भी नगर विकास एवं आवास विभाग ने उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. शहर में भविष्य में विकसित की जाने वाली परिवहन प्रणाली और एक्शन प्लान की जानकारी भी मांगी गई है. मेट्रो परियोजना की समीक्षा के दौरान बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की तरफ से बताया गया कि मेट्रो कॉरिडोर को छह नई रोड से जोडऩे की तैयारी है. इसमें एम्स-दीघा कॉरिडोर, गंगा पथ, सगुना मोड़-दानापुर रेलवे स्टेशन आठ लेन एक्सप्रेस-वे, नंदलाल छपरा-बैरिया एलिवेटेड कॉरिडोर, बेली रोड के समानांतर बीएमपी- इंदिरा भवन पथ और आर ब्लॉक-दीघा शामिल है.बुडको की ओर से बताया कि मेट्रो को दो अंतरराष्ट्रीय स्तर के बस स्टैंड से कनेक्ट करने की योजना पर काम जारी है. इसमें बैरिया बस स्टैंड का निर्माण अंतिम चरण में है, जबकि दीघा में जमीन चिह्नित कर ली गई है.
स्मार्ट सिटी योजना के तहत राजधानी में 3000 सीसीटीवी कैमरे लगेंगे, जो चौबीस घंटे निगरानी करेंगे. सीसीटीवी कैमरों को रोज खंगाला जाएगा। ये कैमरे पुलिस कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेंगे. कैमरे में संदिग्ध गतिविधि दिखाई देने पर कंट्रोल रूम तुरंत हरकत में आएगा. वह कंट्रोल रूम से ही मैसेज प्रसारित करेगा. इसके बाद हर इलाके की पीसीआर सक्रिय होकर संदिग्ध की धरपकड़ कर सकेगी. रात को दौडऩे वाले वाहनों पर विशेष निगरानी रहेगी.