शुरू में ही फूस्स हो गई रणजी ट्राफी खेलने उतरी बिहार की क्रिकेट टीम
बिहार की टीम शुरूआती झटकों से उबर नहीं सकी और स्विंग के आगे पूरी तरह से बेबस और लाचार दिखी. इससे पहले बिहार की टीम ने विजय हजारी क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन किया था.
सिटी पोस्ट लाइव : 18 साल बाद रणजी ट्राफी का मैच खेल रही बिहार की क्रिकेट टीम खेल के शुरुवात में ही मुंह के बल गिर गई है. देहरादून में अपने होम ग्राउंड पर खेलते हुए उत्तराखंड की टीम ने बिहार की टीम को पहले ही मैच में काफी पीछे छोड़ दिया है. देहरादून में खेले जा रहे रणजी मैच के मुकाबले में पहले ही दिन बिहार के सारे बल्लेबाज फेल हो गए. लंच के पहले ही बिहार की पूरी टीम महज 60 रन का स्कोर बनाकर पैवेलियन लौट गई.
बिहार की टीम शुरूआती झटकों से उबर नहीं सकी और स्विंग के आगे पूरी तरह से बेबस और लाचार दिखी. बिहार के खिलाफ उत्तराखंड के गेंदबाज दीपक धपोला ने घातक गेंदबाजी करते हुए 6 विकेट लिए और पूरे बैटिंग ऑर्डर को झकझोर कर रख दिया.बिहार के कई खिलाड़ी दहाई अंक तक नहीं पहुंच सके.
गौरतलब है कि बिहार की टीम को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रणजी खेलने का मौका मिला है. कोर्ट ने कहा था कि इसी साल सितंबर से सभी टूर्नामेंट में बिहार की टीम खेलेगी. इसके बाद बिहार की टीम का रणजी और दूसरे अन्य घरेलू क्रिकेट मैच खेलने का रास्ता भी साफ हो गया है. नॉर्थ ईस्ट की डेब्यू कर रही सात टीमों सहित रिकॉर्ड कुल 37 टीमें गुरुवार से शुरू हो रहे रणजी क्रिकेट टूर्नामेंट में चुनौती पेश कर रही हैं. इससे पहले बिहार की टीम ने विजय हजारी क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन किया था.इसबार उसके घटिया प्रदर्शन के बिहार के क्रिकेट प्रेमी बेहद दुखी हैं. उनका कहना है कि टीम में योग्यता को नजरअंदाज कर अक्षम खिलाड़ियों को टीम में खेलने का मौका दिए जाने से यह हश्र हुआ है.