सिटीपोस्टलाईव: वर्ल्ड वेटनरी दिवस के अवसर पर वेटनरी कॉलेज के शिक्षकों एवं छात्रों ने वेटनरी कॉलेज से लेकर राजधानी वाटिका तक राजधानी में जागरूकता मार्च निकाला.इस मार्च में पशुपालन मंत्री पशुपति पारस, वेटनरी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एस सामंत राव, संजय गांधी डेयरी कॉलेज के डीन डॉ. एमएन सिंह, डॉ. एसआरपी सिन्हा, डॉ. चद्रमणि, डॉ. पंकज कुमार, डॉ. सरोज कुमार रजक सहित अनेक चिकित्सक शामिल हुए .वेटनरी दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में बिहार विधान सभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा कि वर्तमान में सूबे की बहुत बड़ी आबादी पशुपालन पर निर्भर है और इसलिए पशुपालन से ही सूबे का विकास संभव है. पशुपालन के क्षेत्र में नए-नए रोजगार के अवसर पर पैदा हो रहे हैं और इसके जरिये ही कृषि पर बोझ कम किया जा सकता है.
विजय चौधरी ने कहा कि कृषि योग्य भूमि बढ़ाई नहीं जा सकती है इसलिए एक मात्र पशुपालन के सहारे ही लोगों को भोजन एवं रोजगार मुहैया कराया जा सकता है.समारोह में संघ के संरक्षक डॉ. वीरेश प्रसाद सिंह ने कहा कि सूबे में पशु चिकित्सकों के अधिकांश पद खाली हैं और ऐसे में पशुपालन के विकास की बात बेमानी हो जाते है. उन्होंने कहा कि सूबे में 2300 से अधिक पशु चिकित्सकों के पद हैं लेकिन वर्तमान में मात्र 600 पशु चिकित्सकों के भरोसे पशुओं का इलाज हो रहा है.लेकिन अवकाश प्राप्त पशु चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डॉ. एसपी शर्मा ने कहा कि सूबे में पशुपालन के प्रति लोगों में काफी जागरूकता आई है.पहले खेतों में काम करने वाले पशुओं पर जोर दिया जाता था, लेकिन अब दूध उत्पादन के लिए पशुपालन किया जा रहा है.