सिटी पोस्ट लाइव ,केरल: देवताओं की धरती केरल में मूसलाधार बारिश और बाढ़ ने भयंकर तबाही मचा रखी है. इस बार की बारिश और बाढ़ ने 100 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. सूबे के कई हिस्से पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं. पानी को बाहर निकालने के लिए 80 डैम खोल दिए गए हैं. अब तक 324 लोगों की जान जा चुकी है और दो लाख 23 हजार 139 लोग बेघर हो गए हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केरल में बाढ़ से मची तबाही को देखते हुए आज उसे दस करोड़ रुपये की सहायता देने का एलान कर दिया है. मुक्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल के साथियों के साथ बैठक कर केरल को इस संकट की घड़ी में मदद का फैसला लिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के लोग बाढ़ की आपदा से पूरी तरह से परिचित हैं. इसलिए वो केरल की जनता का दुःख दर्द बखूबी समझ रहे हैं.
गौरतलब है कि बाढ़ ने केरल में जीवन को बेपटरी कर दिया है.1500 से ज्यादा राहत कैंपों में लाखों लोगों ने शरण ले रखी है. पीएम मोदी बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए केरल पहुंच चुके हैं. वो शनिवार सुबह हवाई सर्वेक्षण करेंगे. इससे पहले मूसलाधार बारिश और बाढ़ के चलते कोच्चि एयरपोर्ट तक में पानी भर गया है, जिसके चलते इसको शनिवार तक के लिए बंद करना पड़ा. विमानों का संचालन पूरी तरह से रोक दिया गया है. ट्रेन और सड़क परिवहन सेवाएं ठप हो गई हैं. सड़कों और इमारतों में पानी भर गया है. सड़कों पर पानी इतना ज्यादा भर गया है कि लोगों को बाहर निकालने के लिए नौका का इस्तेमाल किया जा रहा है.
केरल सरकार ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए लोगों से डोनेशन देने की अपील की है. donation.cmdrf.kerala.gov.in के जरिए कोई भी बाढ़ पीड़ितों की मदद कर सकता है. शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने केरल को 10-10 करोड़ रुपये की मदद देने का ऐलान किया है. तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर ने भी 25 करोड़ रुपयों की मदद का ऐलान किया है.और आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी दस करोड़ की सहायता राशि देने का एलान कर दिया है.
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह केरल के कुछ जिलों का हवाई सर्वे भी कर चुके हैं. हवाई सर्वे के बाद राजनाथ ने कहा था कि केरल में स्थिति वाकई बेहद खराब हो गई. इसके बाद उन्होंने केरल के लिए पैकेज का भी ऐलान किया. एनडीआरएफ और भारतीय वायुसेना भी राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. केरल में बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए भारतीय वायुसेना ऑपरेशन ‘करुणा’ चला रहा है. 5 Mi-17V5 और तीन अन्य हेलिकॉप्टर के जरिए पथानामथिट्टा, एर्नाकुलम और त्रिशूर जिले में फंसे लोगों को बचाया गया है. इसके अलावा रक्षा मंत्रालय ने केरल को राहत और बचाव कार्य के लिए 1300 लाइफ जैकेट्स, 571 लाइफबॉय, एक हजार रेनकोट, 1300 गमबूट, 25 मोटराइज्ड बोट, नौ नॉन मोटराइज्ड बोट, 1500 फूड पैकेट और 1200 रेडी-टू-ईट मील उपलब्ध कराया है.