सिटी पोस्ट लाइव :नेपाल में तीन दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश (Rain fall In Nepal) की वजह से बिहार में बाढ़ (Bihar Flood) का संकट लगातार बढ़ता ही जा रहा है. कोसी (Kosi River) में पानी का स्तर खतरे के निशान से बहुत ऊपर जा चूका है. पानी के बढ़ते स्तर के बाद कोसी के तटीय इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. कोसी बैराज के 56 में से 48 फाटक को उच्च जल स्तर के कारण खोल दिया गया है.
बैराज नियंत्रण कक्ष के अनुसार मंगलवार सुबह 10 बजे तक 3,40,380 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड की दर से कोसी बैराज से छोड़ा जा रहा है. कोसी बैराज से बहने वाली धारा इस वर्ष सबसे अधिक है. स्थानीय प्रशासन ने तटीय क्षेत्र में सतर्कता बरतने का आग्रह किया है क्योंकि मंगलवार सुबह बाढ़ के पानी के खतरे के स्तर को पार कर गया है.कोसी में पश्चिमी तटबंध के साथ बिहार के कई जिलों में बाढ का खतरा और अधिक बढ़ गया है. इसके साथ ही नेपाल में अगले 5 दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. नेपाल की 2 नदियां लाल रेखा को पार कर गई हैं. जिसके कारण बाल्मीकिनगर गंडक बराज पर लगातार जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है. आने वाले 48 घंटे में जलस्तर में कमी की कोई संभावना नहीं है.
विशेषज्ञों की मानें तो नेपाल के नारायणघाट में लगातार जलस्तर में वृद्धि हो रही है, जो पानी सीधे गंडक नदी में पहुंच रहा है.जब तक नेपाल की नदियां शांत नहीं होगीं तब तक जलस्तर में वृद्धि जारी रहेगा. फिलहाल, वाल्मीकि नगर गंडक बराज पर सुबह 7:00 बजे 4 लाख 16 हज़ार क्यूसेक पानी का बहाव गंडक नदी में दर्ज किया गया है. जलस्तर स्तर में वृद्धि के बाद बगहा के दर्जनों गांव में पानी घुस गया है और तेजी से अन्य गांव की तरफ पानी भर रहा है. जिला प्रशासन की ओर से एनडीआरएफ की टीम को बाढ़ प्रभावित इलाकों में रवाना कर दिया गया है. सभी अंचल अधिकारी को अपने क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने की जिम्मेवारी दी गई है.गोपालगंज और दुसरे बढ़ प्रभावित ईलाकों के लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने का काम NDRF ने शुरू कर दिया है.