प्रशांत किशोर पर BJP का हमला, चोरी-छुपे कार्गो की फ्लाइट में PK का कार्टून जारी
सिटी पोस्ट लाइव : देश के जानेमाने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के द्वारा लॉक डाउन को तोड़कर दिल्ली से कोलकाता जाना बीजेपी को रास नहीं आ रहा है. बिहार बीजेपी ने प्रशांत किशोर पर एक कार्टून के जरिये हमला बोला है. इस कार्टून में पीके को कार्गो विमान में चुपके से सवार होते दिखाया गया है. कार्टून में प्रशांत किशोर यह कह रहे कि जल्दी से हमें बंद कर मजबूत ताला मारिए,दूसरी चाभी लेकर दीदी कोलकाता में खड़ी हैं. कार्टून में यह भी लिखा गया है कि प्रशांत किशोर कार्गो फ्लाईट में छिपकर कोलकाता गया है.
बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉo निखिल आनंद ने प्रशांत किशोर की दिल्ली से कोलकाता की यात्रा पर कार्टून के जरिये हमला किया है.उन्होंने ट्वीट किया है “प्रशांत किशोर जी! क्यों भूल जाते हैं कि आप अब चिट फंड या शेयर कंपनी के कर्मचारी नहीं बल्कि राजनीति में हैं जहाँ सार्वजनिक जीवन में पारदर्शिता की कद्र होती है। सवाल तो पूछे ही जायेंगे लेकिन सवाल से डरकर या घबड़ाकर सन्यास लेने की जरुरत नहीं है!
बीजेपी प्रवक्ता ने पीके से पूछा है कि आप जवाब दीजिए कि लॉकडाउन का उल्लंघन क्यों किया? और कार्गो फ्लाइट के सामान के साथ चोरी- छुपे दिल्ली से कोलकाता कैसे गए? अगर वे कहते हैं कि कार्गो में नहीं दूसरे वाहन से गए तो उसका भी अनुमति पत्र सार्वजनिक करे? प्रशांत को दाएं-बाएं न करते हुए और अनर्गल प्रलाप किए बिना सवाल का जवाब देना चाहिए.”
बिहार भाजपा प्रवक्ता ने उदाहरण देते हुए कहा कि प्रशांत किशोर को झूठ बोलने और चोरी करने की पुरानी आदत है. पिछले दिनों अपने ही साथ काम कर चुके एक पुराने सहयोगी शाश्वत गौतम ने कंटेंट चोरी और डिग्री- बायोडाटा के फर्ज़ीवाड़े का आरोप लगाते हुए थाने में मामला दर्ज़ किया था तब भी बिना जवाब दिए भाग खड़े हुए थे. यही नहीं कोरोना में बिहार के 2 लाख गरीब लोगों को प्रतिदिन खिलाने की सार्वजनिक घोषणा की थी लेकिन उसके बाद से ऐसे सीन से गायब हो गए हैं. प्रशांत बिहार सरकार पर हमला कर रहे थे, दूसरों का अनुमति पत्र सार्वजनिक कर रहे थे. अभी तक प्रशांत दूसरों से यात्रा का प्रमाण पत्र माँग रहे थे अब लॉकडाउन में खुद यात्रा कर रहे हैं तो उसका अनुमति पत्र उनको सार्वजनिक तो करना ही चाहिए.
डॉo निखिल आनंद ने कहा कि, “प्रशांत किशोर एक मार्केटिंग, प्रोपोगंडा और एडवर्टाइजिंग की बुनियाद पर खबरें प्लांट कर सुर्खियाँ बटोरने वाला एक बाजारू प्रोफेशनल आदमी है. राजनीतिक दलाली करने के दौरान उपजी राजनीतिक महत्वकांक्षा के कारण वे अब दुविधा (Suspense), भ्रम (Confusion) और अवधारणा (Hypothesis) का तंत्रजाल खड़ा कर जनता को ठगने और भरमाने का प्रयास कर रहे हैं.”