इन दवाओं की खरीदारी करने वालों पर प्रशासन की है पैनी नजर
सिटी पोस्ट लाइव : कुछ लोग सरकार के अपील को अनसुना कर रहे हैं जिसकी वजह से कोरोना के संक्रमण का खतरा बहुत बढ़ गया है.सिटी पोस्ट लाइव के एडिटर-इन-चीफ श्रीकांत प्रत्यूष को खबर मिली कि पटना के बोरिंग रोड स्थित एक मेडिकल स्टोर मेडिकाना में एक व्यक्ति डॉक्टर का पुर्जा लेकर कोरोना की दावा खरीदने पहुँच गया. दुकानदार ने तुरत पुलिस को सूचना दे दी.पुलिस के पहुँचते ही कोरोना का संदिग्ध कार चलाकर खुद भाग गया लेकिन उसके साथ आया एक सख्श पुलिस के हाथ लग गया.
पुलिस को संदेह है कि कुछ कोरोना से संक्रमित लोग अस्पताल जाने की बजाय खुद अपना ईलाज घर पर रहकर करवा रहे हैं. वो दवाइयां खरीदने मेडिकल स्टोर्स पर जा रहे हैं जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है.अब पुलिस और जिला प्रशासन सतर्क हो गया है.अब जिला प्रशासन ने जिले के सभी दवा दुकानदारों को पैरासिटामोल व क्रोसिन की दवा खरीदने वाले ग्राहकों की सूची सरकारी अस्पताल को देने का निर्देश दिया है. इस सूची में ग्राहक का नाम व मोबाइल रहेगा. इस सूची को स्थानीय स्तर पर समीप रहने वाले सरकारी अस्पताल को देनी है. उक्त आदेश डीएम रोशन कुशवाहा ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टर और निजी डॉक्टरों की बैठक में दिया है.
दरअसल कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने इसके मरीजों की पहचान को लेकर आरा के जिलाधिकारी ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टर और निजी डॉक्टरों की बैठक की. इस दौरान चर्चा हुई कि पैरासिटामोल और क्रोसिन जैसी दवाइयां खांसी व बुखार से पीड़ित व्यक्ति को दी जाती है. कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति को भी खांसी व बुखार रहती है, इस कारण सुरक्षा को देखते हुए पैरासिटामोल और क्रोसिन जैसी दवाईयों की खरीददारी करने वालों की सूची बनाई जाए. ताकि उनकी जांच की जाए कि कहीं उनमें कोरोना के लक्षण तो नहीं है.
बैठक में डीएम ने सीएस से भोजपुर जिले में आईसीयू सुविधा वाले अस्पताल व क्लीनिक स्टेब्लिशमेंट एक्ट में पंजीकृत अस्पतालों की सूची मांगी. जिन अस्पतालों ने अब तक आईसीयू की सुविधा देने के लिए आवेदन नहीं दिया गया, उनके आवेदन देने पर उन्हें 24 घंटे में इस सुविधा को शुरु करने का आदेश दिया गया.