मुजफ्फरपुर : जहां लगता था मरीजों का तांता, वहां पहुंच रहे हजार की जगह 60 से 70
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे और लॉक डाउन की वजह से जिस अस्पताल में रोजाना तकरीबन 2 हजार मरीज आते थे,वहाँ अब बामुश्किल 60 से 70 मरीज ही आ रहे हैं ।यह आलम मुजफ्फरपुर के सबसे बड़े अस्पताल श्री कृष्ण मेमोरियल मेडिकल कॉलेज का है । कोरोना को लेकर अब पूरे विश्व के साथ-साथ भारत में भी हाहाकार मचा हुआ है ।बिहार में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्यां में लगातार ईजाफा हो रहा है ।लॉक डाउन की वजह से,लोग अपने-अपने घर में दुबके पड़े हैं ।यही नहीं सभी जगहो के यातायात के सभी साधन बन्द हैं । जाहिर तौर पर,इसका सीधा असर उत्तर बिहार के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज पर पड़ा है ।
गौरतलब है कि जिस अस्पताल में,सामान्य दिनों में मरीजों की कोलाहल से शोर मचा रहता था और अस्पताल मरीजों की भीड़ से पटा रहता था,वहां लगभग,अब सन्नाटा पसरा हुआ है ।जिस अस्पताल में रोजाना, विभिन्य रोगों से ग्रसित करीब 2 हजार मरीज आते थे,वहाँ आज गिने-चुने मरीज ही ईलाज कराने आ रहे हैं । इसको लेकर श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ सुनील कुमार शाही बताते हैं कि कोरोना को लेकर सभी गाड़ियां बन्द हैं, जिसका सीधा असर,अब अस्पताल के ओपीडी पर पड़ा है ।
जहां पर सामान्य दिनों में कम से कम 1700 से 2000 मरीजों का ईलाज इस मेडिकल कॉलेज के ओपीडी में किया जाता था,वहां आज 60 से 70 मरीज ही ओपीडी तक आ पा रहे हैं ।अब यह स्थिति कब तक बनी रहती है,आगे यह देखने वाली बात है । वाकई यह मंजर चौकाने वाला है ।लेकिन यह स्पष्ट है कि मरीजों को यहाँ तक पहुंचने में लॉक डाउन सबसे बड़ी बाधा है ।वैसे बहुतों मरीज कोरोना वायरस के भय से भी अस्पताल नहीं आ रहे हैं ।
सिटी पोस्ट के मैनेजिंग एडिटर मुकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट