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बिहार में कब ख़त्म होगा लॉक डाउन, बता रहे हैं आपदा प्रबंधन विभाग के मुखिया

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बिहार में कब ख़त्म होगा लॉक डाउन, बता रहे हैं आपदा प्रबंधन विभाग के मुखिया

सिटी पोस्ट लाइव : देशभर में 21 दिनों का लॉक डाउन चल रहा है. देश में लॉक डाउन घोषित होने के एक दिन पहले से ही बिहार मेलोच्क डाउन शुरू हो गया था.अब जब देश भर में 14 फ़रवरी को 21 दिन लॉक डाउन  की अवधि पूरी हो रही है, सबके जेहन में केवल एक ही सवाल है-क्या 14 अप्रैल को लॉक डाउन ख़त्म हो जाएगा? तेलंगाना और यूपी सरकार (Telangana and UP government) ने लॉकडाउन बढ़ाने के संकेत दिए हैं. लेकिन बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत कहा कि प्रदेश सरकार कोई भी फैसला तत्कालीन हालात के मद्देनजर ही लेगी.

आपदा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत (Principal Secretary of Disaster Department Pratyay Amrit) ने कहा कि बिहार सरकार हर हालात पर नजर रखे हुए है. 10 या फिर 11 अप्रैल को मीटिंग के बाद ही लॉक डाउन को लेकर कोई निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हालात कैसे होते हैं उस पर निर्भर करता है कि लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जाए अथवा नहीं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं हालात पर नज़र रखे हुए हैं. उन्होंने ये भी कहा कि बीते 60 घंटे में एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने नहीं आया है जो राज्य के लिए राहत की बात है.

हालांकि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्रियों के साथ किये गए विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग में प्रधानमंत्री ने यही संकेत दिया था कि लॉकडाउन एक साथ खत्म नहीं होगा. सोमवार को भी उन्होंने ये कहकर कि हमेलाम्बी लड़ाई लड़नी है लॉक डाउन की अवधि बढाने का संकेत दिया था. सूत्रों के अनुसार, एक्जिट प्लान का जो ड्राफ्ट तैयार है उसके अनुसार राज्यों की कैटेगरी कोरोना ग्रसित लोगों की संख्या के आधार पर तय होगी. वहां प्रति 10 लाख जनसंख्या पर मरीजों की संख्या कितनी है. मानक का एक आधार यह भी होगा कि पिछले सात दिन में कोरोना का कोई केस सामने आया है या नहीं.

गौरतलब है कि बीते 60 घंटे में एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है. सोमवार को कुल 755 सैंपल जांच को आए थे. इनमें आरएमआरआई में 395, आईजीआईएमएस में 310 और डीएमसीएच में 50 सैम्पलों की जांच हुई और ये सभी निगेटिव आए. प्रदेश में पॉजिटिव पाए गए 32 मरीजों में 9 को बिल्कुल फिट घोषित कर उनके घर भेजा जा चुका है. हालांकि वे अभी भी 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन में ही रहेंगे. बहरहाल अब भी 22 पॉजिटिव मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज जारी है जबकि एक की मौत हो चुकी है.

लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि दो दिन में कोई नया केस सम्नेनाहीं आने का ये मतलब नहीं है कि कोरोना का खतरा टल गया है.अभी भी सावधानी बरतनी होगी.अगर थोड़ी भी लापरवाही हुई तो संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ सकता है.वैसे भी चेन्नई के  गणितीय विज्ञानं के वैज्ञानिकों का मानना है कि लगातार ४९क लॉक डाउन जरुरी है नहीं तो संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाएगा.

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