अब कोई नहीं घुस पायेगा बिहार में, सभी बॉर्डर सील, चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना वायरस के कारण भारत में लॉकडाउन है. कोरोना महामारी की रोकथाम के लिये पूरे देश को 14 अप्रैल तक ‘लाक डाउन’ कर का आदेश दिया गया है. कोरोना वायरस से दुनियाभर के देशों की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. बिहार में भी अबतक कोरोना वायरस के 16 मरीज हैं और एक की मौत हो चुकी है. मरीजों का पटना एम्स में इलाज चल रहा है. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली समेत दूसरे राज्यों से बिहार आने वाले लोगों को उनके गांव तक पहुंचाने का इंतजाम करने का निर्देश दिया है.
बिहार में लॉकडाउन को पूरी तरह से प्रभावी करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ- साथ झारखंड और यूपी को जोड़ने वाले सभी रास्तों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. पुलिस अब एक जिले से दूसरे जिले में भी नहीं जाने दे रही है. इमरजेंसी और फल, दवा, सब्जी के अलावा किसी भी प्रकार के वाहनों, लोगों की आवाजाही पर पूर्णतया रोक लगा दी गयी है.
गौरतलब है कि पहले ही सरकार ने बाहर से आ रहे लोगों को बॉर्याडर पर रोक देने का आदेश दिया था.उनके लिए बॉर्डर पर ही खाने-पीने और ठहराने के साथ जांच की सुविधा देने का निर्देश भी दिया था.लेकिन एकसाथ बॉर्डर पर हजारों लोग पहुँच गे.सारी व्यवस्था ध्वस्त हो गई. फिर क्या था आनन फानन में सरकार को सबको घर भेंजने का फैसला लेना पड़ा.सबको उनके गावं के स्कूलों में रखा गया है. वहीँ पर उनके स्वास्थ्य की जांच होगी और वहीँ पर उनको 14 दिनों तक रखा जाएगा.