नए रोल में दिख रहा है प्रशासन, दरभंगा रेलवे पुलिस ने भूखों को खिलाया खाना
सिटी पोस्ट लाइव : देश में कोरोना वायरस की वजह से 21 दिनों के लिए सबकुछ बंद होने का सबसे ज्यादा असर गरीब लोगों पर पड़ा है ।तमाम गरीब ऐसे हैं,जिनके पास,अब खाने का इंतजाम भी नहीं है । दरभंगा रेलवे पुलिस ने ऐसे में तमाम लोगों को खाना खिलाने की जिम्मेदारी ली है ।खाकी की इस नेकी से कितने लोगों को जीवनदान मिल रहा है । शायद हर भूखे को खाना खिलाना मुमकिन नहीं हो लेकिन इन पुलिस वालों की मदद से काफी लोगों का पेट जरूर भरेगा ।वाकई पुलिस अब एक नए रोल में है ।बहुत सारे लोग जो रोज कमाते और खाते थे,वे सभी लॉकडाउन की वजह घर बैठ गए हैं ।उनका काम-धंधा बंद हो गया है ।बहुत सारे लोग पुलिस के पास सिफारिशें कर रहे हैं कि उनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है । दरभंगा रेलवे स्टेशन के पास फुटपाथ पर लोगों की कतार लगी है ।ये वो लोग हैं,जो रोजाना कमाने खाने वाले थे और जिनका रोजगार बंद हो गया है ।
इनमें कई फकीर हैं,जिन्हें अब कोई भीख देने वाला नहीं है ।कई रिक्शा चालक हैं,जिनके रिक्शे पर बैठने को अभी कोई सवारी नहीं है ।कुछ मजदूर भी हैं, जिनके पास कोई मजदूरी नहीं है ।रेलवे पुलिस ने अब इन्हें दोनों वक्त खाना खिलाने की जिम्मेदारी ले ली है ।इनकी खिदमत में दर्जनों पुलिस वाले लगे हुए हैं । दरभंगा रेलवे थानाअध्यक्ष ब्रजेश कुमार ने बताया कि यह सेवा 14 अप्रैल तक जारी रहेगी । आज करीब 40 भूखे और असहाय लोगों को जीआरपी के द्वारा पहले इनका हाथ सैनिटाइजर से धुलाया गया ।
फिर अनुशासित दूरी बना दी गई ताकि सभी सुरक्षित रहें ।उसके बाद सभी को भोजन कराया गया ।यह खाना पुलिस वालों ने खुद से
बनाया है ।मौके पर जीआरपी थाना अध्यक्ष सुनील कुमार द्विवेदी,संतोष कुमार,रणवीर, नथुनी,सहित दर्जनों रेलवे पुलिस कर्मी मौजूद थे । पुलिस वाले के सीने में भी इंसानी दिल होता है,जो लोगों के लिए धड़कता और रोता भी है ।पुलिस वाले जालिम,जल्लाद और सिर्फ क्रूर ही नहीं होते हैं ।समय के साथ चलना इनका कर्तव्य और मजबूरी होती है ।पुलिस वालों की इस नेकी को हम सलाम करते हैं ।
सिटी पोस्ट के मैनेजिंग एडिटर मुकेश कुमार सिंह की स्पेशल रिपोर्ट