सम्मेलन की असफलता का ठीकरा मीडिया पर फोड़ रही है जेडीयू, विपक्षी नेताओं को कार्यकर्ता सम्मेलन का चैलेंज
सिटी पोस्ट लाइवः विधानसभा चुनाव से पहले जेडीयू ने धमाकेदार तरीके से चुनावी अभियान के आगाज की कोशिश की थी। पटना के गांधी मैदान में जेडीयू का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया था लेकिन संख्या को लेकर सवाल खड़े हो गये। विपक्ष ने दावा किया कि बिहार भर में 74 हजार बूथों पर अध्यक्ष और सचिव बनाने का दावा करने वाली जेडीयू के कार्यकर्ता सम्मेलन में एक बूथ से एक आदमी भी नहीं आया।
विपक्ष ने इसको फ्लाॅप शो बताया तो दूसरी तरफ जेडीयू ने भी विपक्षी हमलों पर पलटवार किया है। हांलाकि जेडीयू ने इस पूरे मामले का ठीकरा मीडिया पर भी फोड़ दिया है। सिटी पोस्ट लाइव के एडिटर इन चीफ श्रीकांत प्रत्यूष से बातचीत करते हुए जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जेडीयू का कार्यकर्ता सम्मेलन फ्लाॅप नहीं हुआ है। जो लोग रैली और कार्यकर्ता सम्मेलन का फर्क नहीं समझते वही इस सम्मेलन को फ्लाॅप बता रहे हैं। राजीव रंजन ने कहा कि कार्यकर्ताओं की उपस्थिति के सवाल पर जो भ्रामक तथ्य परोसे जा रहे हैं उससे मीडिया और विपक्ष को तौबा करनी चाहिए।
विपक्ष जब गांधी मैदान में कोई कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित कर लेगा तब मैं कहूंगा कि दोनों कार्यक्रमों की तुलना की जाए। बिहार विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे पर राजीव रंजन ने कहा कि अभी चुनाव में आठ महीनें बाकी है औ सीटों की संख्या हम सड़क पर तय नहीं करेंगे लेकिन बीजेपी और जेडीयू का संबंध सीटों से आगे जा चुका है। चुनाव में जेडीयू महत्वपूर्ण भूमिका में होगा। लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि चिराग पासवान ने विकास को लेकर अपना दृष्टिकोण सामने रखा है।
संसाधनों के अभाव के बावजूद हमने अच्छा काम किया है। हम लगातार कहते रहे हैं कि अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले तो हम विकसित राज्य बनने का सपना पूरा कर पाएंगे और अगर चिराग पासवान दूसरे शब्दों में यही बात कह रहे हैं तो इसमें विरोध कहां है।