जारी है स्टाम्प पेपर की कालाबाजारी का खेल,लोग हलकान हैं.पटना सदर अनुमंडल में स्टाम्प पेपर नहीं मिलने से परेशानियां बढ़ गई हैं. दानापुर, बाढ़, मसौढ़ी, पालीगंज, पटना सिटी सहित सभी अनुमंडल मुख्यालयों में एक जैसी स्थिति है.पटना सदर अनुमंडल पेश आकाश की विशेष रिपोर्ट
सिटीपोस्टलाईव:फिर से एकबार स्टाम्प पेपर की कालाबाजारी शुरू हो गई है.इस बाज़ार के महारथियों ने बाज़ार से 100 रुपये का स्टाम्प गायब कर दिया है.गौरतलब है कि ज्यादातर कामों में 100 के स्टाम्प का ही इस्तेमाल होता है.इसकी बढ़ती मांग को देखते हुए कालाबाजारी का बाज़ार गर्म है.राजधानी पटना नहीं बल्कि बिहार के कई जिलों से 100 के स्टाम्प के गायब हो जाने की खबर आ रही है.
जारी है स्टाम्प पेपर की कालाबाजारी का खेल,लोग हलकान हैं.100 रुपये के स्टाम्प पेपर नहीं मिलने से लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.ऐसे आप पटना जिला मुख्यालय से लेकर किसी भी अनुमंडल में घूम लेगें नहीं दिखाई देगा.हाँ ये दीगर बात है कि वहां सक्रीय दलाल 100 रुपये के स्टाम्प आपको 150 रुपये में जरुर उपलब्ध करा देगें.यह गोरख धंध जोरशोर से चल रहा है.पुलिस और प्रशासन कान में तेल डाले हुए है और आँख पर कला चश्मा.लोग परेशां हैं और 100 की जगह 500 रुपये के स्टाम्प खरीद कर अपने जरुरी काम करवाने को मजबूर हैं.लोगों का कहना है कि सरकार ने उनसे ज्यादा रकम वसूलने के लिए 100 के स्टाम्प को लगता है दबा दिया है.
जारी है स्टाम्प पेपर की कालाबाजारी का खेल,लोग हलकान हैं.पटना सदर अनुमंडल में स्टाम्प पेपर नहीं मिलने से परेशानियां बढ़ गई हैं. दानापुर, बाढ़, मसौढ़ी, पालीगंज, पटना सिटी सहित सभी अनुमंडल मुख्यालयों में एक जैसी स्थिति है. अधिकारियों का कहना है कि स्टाम्प पेपर मंगाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है और शीघ्र ही कमी दूर हो जाएगी लेकिन सच ये है कि पिछले एक सप्ताह से जमीन के प्रमाणित रजिस्ट्री के दस्तावेज निकालने के लिए जरुरी 100 के स्टाम्प की जगह लोगों को 500 रुपये के स्टाम्प खरीदने पड़ रहे हैं.