काशी महाकाल एक्सप्रेस में एक सीट भगवान शिव के लिए रिजर्व, ओवैसी भड़के
सिटी पोस्ट लाइव : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में थे। यहां से उन्होंने काशी महाकाल एक्सप्रेस को रवाना किया। यह ट्रेन काशी विश्वनाथ से लोगों को लेकर महाकालेश्वर के दर्शन कराने के लिए जाएगी। लेकिन अब इसे लेकर राजनीति शुरू हो गई है। वजह है इस ट्रेन में एक सीट भगवान शिव के लिए आरक्षित रखना। इसे लेकर AIMIM चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। ओवैसी ने प्रधानमंत्री कार्यालय को एक ट्वीट किया है। ओवैसी ने न्यूज एजेंसी के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए पीएमओ को टैग किया है। इस ट्वीट के साथ उन्होंने संविधान की प्रस्तावना को शेयर किया है। आपको बता दें कि संविधान की प्रस्तावना में सभी धर्मों के लोगों के साथ एक समान व्यवहार करने के बारे में लिखा गया है।
ओवैसी ने ट्विटर पर पीएम मोदी को सविंधान की याद दिलाते हुए प्रस्तावना का हिस्सा ‘अवसर की समानता’ को पोस्ट किया। उन्होंने ने राष्ट्र की एकता और अखंडता वाली पंक्ति पोस्ट की। ओवैसी ने ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री से सभी धर्मों के लोगों के साथ एक समान व्यवहार करने को कहा है। आपको बता दें कि इससे पहले ओवैसी ने नागरिकता संशोधन एक्ट, नेशनल रजिस्टर फॉर सिटीजन को लेकर भी सरकार पर सवाल उठाए थे। आपको बता दें कि काशी-महाकाल एक्सप्रेस दो राज्यों के तीन ज्योतिर्लिंगों की यात्रा करेगा। यह ट्रेन इंदौर के निकट ओंकारेश्वर, उज्जैन में महाकालेश्वर और वाराणसी में काशी विश्वनाथ को जोड़ेगी। ट्रेन में भगवान शिव के लिए सीट आरक्षित करने ने नए विचार के बाद रेलवे प्रशासन इस पर विचार कर रहा है कि ट्रेन में स्थायी तौर पर भगवान शिव के लिए एक सीट आरक्षित की जाए।