सीएए समर्थकों पर पथराव व आगजनी के विरोध में दुकानें बंद और यातायात ठप
सिटी पोस्ट लाइव, गुमला: विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के आह्वान पर शनिवार को जिला गुमला बंद का व्यापक असर देखने को मिला। जिले की दुकानें बंद रहीं और यातायात भी ठप रहा। गुरुवार को लोहरदगा में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के समर्थन में निकाले गये जुलूस के दौरान पथराव व आगजनी की घटनाओं के विरोध में शनिवार को विहिप व बजरंग ने गुमला बंद की घोषणा की थी। शनिवार को गुमला जिला बंद का व्यापक असर देखने को मिला। इस बंद से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। बंद के दौरान अधिकांश व्यवसायिक प्रतिष्ठान व दुकानेंं बंद रही। मालवाहक व यात्री वाहनों का परिचालन ठप रहा, जिसके कारण यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वाहनों के न चलने से गुमला-रांची मार्ग, गुमला-सिमडेगा मार्ग. गुमला-जशपुर मार्ग व गुमला –लोहरदगा मार्ग पर सन्नाटा पसरा रहा। वहीं जिला मुख्यालय में लगने वाला साप्ताहिक शनिवार हाट में भी वीरानी छाई रही।
बंद को देखते हुये जिला प्रशासन ने पूूरे जिले में उपद्रव की आशंका के मद्देनजर निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। बंद के दौरान सभी संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये गये थे। स्टेटिक पुलिस बल के अलावा पेट्रोलिंग ने स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी। गुमला जिला बंद का ग्रामीण क्षेत्रों में भी व्यापक असर दिखा। जिले के सिसई, भरनो, रायडीह, चैनपुर, डुमरी, जारी, घाघरा, बिशुनपुर, पालकोट, बसिया, कामडारा ब्लॉक में भी बंद काफी असरदार रहा और कारोबारी गतिविधियां बंद रहींं। घाघरा व बिशुनपुर संवाददाता के अनुसार बंद के दौरान दोनोंं ब्लॉक में बाइक्साइट खदानों से खुदाई, निकासी व परिवहन नहीं हुआ। रोजाना सैकड़ों की संख्या में चलने वाले माइंस ट्रकों के पहिये भी थमे रहे। इससे सरकार को करोड़ रुपये राजस्व की हानि हुई। बंद के दौरान छिटपुट घटनाओं को छोड़ कर पूूरे जिले में शांति बनी रही और कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। डीआईजी ने बताया कि बंद शांतिपूर्ण है। अभी तक कहीं से किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।