जेडीयू बोली-निजी है प्रशांत किशोर का बयान, गिरिराज सिंह को भी खूब लताड़ा
सिटी पोस्ट लाइवः जेडीयू नेता प्रशांत किशोर ने पहले देश के गृहमंत्री अमित शाह को एक साथ सीएए और एनआरसी लागू करने का चैलेंज ठोक दिया और आज पीके के लपेटे में बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी आ गये। सुशील मोदी के एक बयान पर पलटवार करते हुए प्रशांत किशोर ने बकायदा एक वीडियो जारी कर दिया और लिखा कि सुशील मोदी कैरेक्टर सर्टिफिकेट दे रहे हैं उनकी क्रोनालाजी भी क्लियर है। दरअसल यह वीडियो 2015 के विधानसभा चुनाव के वक्त का है जब सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा था और उनपर कई लोगों को धोखा देने के आरोप लगाये थे। प्रशांत किशोर के बयान पर आज जेडीयू की प्रतिक्रिया भी सामने आयी है।
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि प्रशांत किशोर ने अपनी निजी क्षमता पर बयान दिया है। आधिकारिक तौर पर यह पार्टी का बयान नहीं है इसलिए हर बयान पर प्रतिक्रिया देना सही नहीं है। जब भी किसी आधिकारिक स्टैंड के खिलाफ किसी नेता का बयान आता है तो नीतीश कुमार ने जो पवन वर्मा के लिए कहा है वे उन तमाम नेताओं पर लागू होता है जो पार्टी के स्टैंड के विरूद्ध राय रखते हैं। एक बार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि वे राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार से इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे तो इस पर अब कुछ बोलने का मतलब नहीं है।
राजीव रंजन ने कहा कि 2020 और 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में समानता यही होगी कि 2015 में जिसके साथ नीतीश कुमार थे वो गठबंधन चुनाव जीता था। इस बार भी वे जिसके साथ हैं वहीं गठबंधन यानि एनडीए चुनाव जीतेगा। राजीव रंजन प्रसाद ने गिरिराज सिंह पर भी हमला किया। गिरिराज सिंह को गठबंधन धर्म की मर्यादा सम्मान करना चाहिए। जेडीयू में किसी भी बयान या गतिविधि को लेकर एक प्रक्रिया है। उसपर राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्णय लेते हैं। गिरिराज सिंह पहले भी अपने बयानों से पार्टी, गठबंधन और देश को शर्मसार करते रहे हैं।