12 फरवरी के बाद और गरमाएगा बिहार, दिल्ली चुनाव के बाद खुलकर बोलेंगे प्रशांत किशोर

City Post Live - Desk

12 फरवरी के बाद और गरमाएगा बिहार, दिल्ली चुनाव के बाद खुलकर बोलेंगे प्रशांत किशोर

सिटी पोस्ट लाइवः चुनावी साल में बिहार की राजनीति का पारा वैसे भी चढा हुआ है। प्रशांत किशोर ने आज डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी पर जो अटैक किया है उसको लेकर यह गर्माहट और बढ़ गयी है लेकिन 12 फरवरी के बाद बिहार की राजनीति और गरमाएगी इस बात की पूरी संभावना है क्योंकि पटना में आज जेडीयू नेता प्रशांत किशोर ने एलान किया है कि वे 12 फरवरी यानि दिल्ली चुनाव के सम्पन्न हो जाने के बाद खुलकर बोलेंगे। सुशील मोदी एनआरसी या दूसरे मुद्दे से जुड़े सवालों पर प्रशांत किशोर ने कहा कि सीएए, सुशील मोदी को लेकर अपनी राय लिख चुके हैं। वे ट्वीट कर चुके हैं। सीएए एनआरसी को लेकर वे पहले से अपनी राय रख रहे हैं। 12 फरवरी के बाद उन्हें जो बोलना होगा वे बोलेंगे।

आपको बता दें कि आज सुबह-सुबह प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी पर हमला किया था।‘पीके’ ने सुशील मोदी के एक बयान पर पलटवार किया है। एक पुराना वीडियो जारी उन्होंने सुशील मोदी पर निशाना साधा है। सुशील मोदी का जो वीडियो उन्होंने पोस्ट किया है उसमें वे कह रहे हैं नीतीश इज नाॅट बिहार। इस वीडियो में डिप्टी सीएम सुशील मोदी नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठा रहे हैं और कह रहे हैं कि उनके डीएनए में विश्वासघात है। वे कह रहे हैं कि नीतीश ने शिवानंद तिवारी, लालू यादव, बीजेपी, जार्ज फर्नाडिस और जीतन राम मांझी को धोखा दिया।

यह वीडियो जारी कर प्रशांत किशोर ने लिखा है कि-‘लोगों को कैरेक्टर सर्टिफिके देने में सुशील मोदी जी का कोई जोड़ नहीं है। देखिए पहले बोलकर बता रहे थे और अब डिप्टी सीएम बना दिए गये तो लिख कर दे रहे हैं। इनकी क्रोनोलाॅजी भी बिल्कुल क्लियर है! दरअसल सुशील मोदी ने पवन वर्मा और प्रशांत किशोर के बयानों को लेकर एक ट्वीट किया था।

उन्होंने लिखा था कि नीतीश कुमार जी के साथ यह विडम्बना अक्सर होती है कि अपनी उदारतावश वे जिनको फर्श से उठाकर अर्श पर बैठाते हैं, वे हीं उनके लिए मुसीबत बनने लगते हैं। उन्होंने किसी को अपनी कुर्सी दी, कितनों को राज्यसभा का सदस्य बनवाया, किसी को गैर राजनीतिक गलियों से उठाकर संगठन में उंचा ओहदा दे दिया, लेकिन अब इनमें से कुछ लोगों ने थैंकलेस होने से गुरेज नहीं किया। राजनीति में भी हमेशा सब जायज नहीं होता।’

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