लालू फैमिली के निशाने पर हैं नीतीश, लालू-राबड़ी के बाद अब तेजस्वी ने फोड़ा लेटर बम’
सिटी पोस्ट लाइवः सीएए और एनआरसी को लेकर सीएम नीतीश कुमार लालू फैमिली के निशाने पर हैं। बीजेपी से ज्यादा हमला नीतीश पर किया जा रहा है। कल से लालू-राबड़ी ने ताबड़तोड़ कई ट्वीट कर नीतीश पर निशाना साधा है। लालू-राबड़ी के बाद अब तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार को एक खुला पत्र लिखा है। अपने खुले पत्र में तेजस्वी ने लिखा है-‘आदरणीय नीतीश कुमार जी को प्रपंच, दुष्प्रचार व नदारद कार्यों के झूठे प्रचार में महारत हासिल है। जनता को भ्रमित करने के लिए नित नए स्वांग रचते हैं, दोहरा चरित्र अपनाते हैं। पहले तो नीतीश जी की पार्टी ने संविधान विरोधी, गरीब विरोधी सीएबी का संसद के दोनों सदनों में समर्थन कर दिया। पर ये अपने गिरगिटी अंदाज से कब हटने वाले थे सो अब जनता को भ्रमित करने के लिए कहने लगे हैं कि एनआरसी को बिहार में लागू नहीं करेंगे। क्या नीतीश बाबू नहीं जानते कि जो उनके हाथ में था वहाँ तो उन्होंने सीएए का समर्थन करके अपना असली संविधान विरोधी साम्प्रदायिक रंग दिखा ही दिया हैं।
क्या नीतीश बाबू नहीं जानते कि इस बार एनपीआर ही एनआरसी की पहली सीढ़ी बनकर आया है जिसकी बिहार में अधिसूचना यह ख़ुद जारी कर चुके है? क्या नीतीश कुमार यह भी नहीं जानते कि अमित शाह ने बार-बार कहा है कि एनपीआर ही एनआरसी का प्रथम चरण है और इससे उपलब्ध आँकड़ो के आधार पर ही छत्ब् होगा।ऐसे सभी सवालों का नीतीश बाबू के पास जवाब तो है पर घाघ प्रवृत्ति के धनी नीतीश जी जनता को सच कहाँ बताने वाले हैं? नीतीश बाबू को जनता को अंधेरे में रखने की कला बखूबी आती है, यही करते हुए ही तो वे 15 साल से जनता को मूर्ख बनाते आए हैं। वे पल्टासन योग के खोजकर्ता हैं, सो अपने निजी लाभ के लिए पल्टासन की कला का हर समय लाभ लेते रहते हैं। यह उनका दोहरा चरित्र ही है कि जनता को भ्रम में रखने के लिए उन्होंने अपने प्रिय नेताओं व भाड़े के विश्वासी सिपहसालारों को CAA, NRC और NPR पर अलग-अलग विरोधी सुर में बयानबाजी करने का आदेश दिया है।
नीतीश कुमार अगर सीएए के पक्ष में हैं, लेकिन एनआरसी के विरोध में हैं जो कि सिर्फ एक ढोंग है तो फिर क्यों नहीं वे जदयू के स्टैंड के विरोध में बयानबाजी करने के लिए अपने गिने चुने नेताओं पर कार्रवाई करते हैं?नीतीश जी, देश के निवासी दुख-दर्द खुशी महसूस करने वाले आप ही के जैसे असली प्राणी हैं, कोई कागज के पुतले नहीं जिन्हें कोई दर्द नहीं होता। इन्हें आप अपनी घृणित साम्प्रदायिक व गरीब विरोधी राजनीति के निम्नस्तरीय संवेदनहीन प्रयोगों का गिनी पिग मत बनाइये। सीएए का समर्थन करके आपने संविधान का अपमान तो किया ही लेकिन NRC व NPR पर झूठ बोलकर आप करोड़ों इंसानों और उनके बच्चों के भविष्य की हत्या व उनके भारतीय कहलाने के अधिकार की हत्या के भागी मत बनिए!