पुलिस ने नोट छापने वाली मशीन, लैपटॉप, पेपर, इंक और प्रिंटर किया बरामद

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पुलिस ने नोट छापने वाली मशीन, लैपटॉप, पेपर, इंक और प्रिंटर किया बरामद

सिटी पोस्ट लाइव,  रामगढ़: नकली नोटों की छपाई के मामले में रामगढ़ पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसपी प्रभात कुमार की टीम शनिवार से ही धनबाद और हजारीबाग के साथ बिहार के गया जिले में भी छापेमारी कर रही है। पुलिस को धनबाद से नोट छापने वाली मशीन, लैपटॉप, पेपर, इंक और प्रिंटर बरामद किया है। यह सारी छापेमारी धनबाद निवासी आयुष वर्मा के निशानदेही पर की गई है। इसके अलावा पुलिस ने दो अन्य नकली नोट छापने वाले अपराधियों को पकड़ा है। हालांकि उनके नामों का खुलासा एसपी ने नहीं किया है। पुलिस ने धनबाद और हजारीबाग से लगभग 50,000 रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं। इनमें 2000 और 500 के अलावा 100 के भी नोट हैं। पुलिस ने 100 के कुछ ऐसे भी नोट बरामद किए हैं, जो सिर्फ एक तरफ ही छपे थे। नकली नोटों को बिहार और झारखंड में छाप कर दूसरे प्रदेशों में भी भेजा जाता था। रामगढ़  ने बताया कि अभी भी कई स्थानों पर छापेमारी जारी है।
एसपी ने किया खुलासा : जाली नोटों का अंतरराज्यीय गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ा
गोला क्षेत्र में जाली नोट से लहसुन खरीदना आरुष को महंगा पड़ गया। दुकानदार को उसने जो 200 का नोट दिया, वह नोट जाली था। दुकानदार ने पहले तो वह नोट लेने से इंकार कर दिया। बाद में फिर उसनेे शोर मचाया तो पूरा अंतरराज्यीय गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इस मामले का खुलासा रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी प्रभात कुमार ने किया है। उन्होंने कहा कि धनबाद के आरुष  (21) अपने एक साथी रजनीश (27)  के साथ मिलकर झारखंड राज्य में जाली नोटों का धंधा चला रहा था। शनिवार को पुलिस को यह सूचना मिली थी कि भारी मात्रा में जाली नोट लेकर वह रांची जा रहा है। उसकी गाड़ी का नंबर और मॉडल पुलिस को सूचना का तौर पर मिला था। इस आधार पर गोला डीवीसी चौक पर पुलिस सतर्क होकर जांच कर रही थी। इसी दौरान जब बाजार के लोगों ने जाली नोट को लेकर हल्ला मचाया तो आरुष वहां से भागने लगा। उस भीड़ में लगभग 2 किलोमीटर दौड़ाकर गोला की पैंथर टीम ने उसे गोमती नदी स्कूल के पास पकड़ा। उसके पास से पुलिस ने ₹100 के 17 नोट, 10 के 11 नोट एवं  20 का एक नोट बरामद किया। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह धनबाद से रांची जा रहा था। इसी दौरान गोला डीवीसी चौक पर कुछ सामान खरीदने के लिए रुका था। वह जाली नोटों से ही सामान खरीदना चाह रहा था। उसके भागने के क्रम में पुलिस ने उसकी मारुति बलेनो कार  को जब्त किया है। उसने बताया कि जाली नोटों का कारोबार व काफी दिनों से रजनीश कुमार राउत और नालंदा के बरबीघा निवासी नीतीश कुमार की मिलीभगत से कर रहा है।
पुलिस की टीम को किया जाएगा सम्मानित
एसपी ने बताया कि इन लोगों की गिरफ्तारी में रामगढ़ की पुलिस टीम का काफी योगदान है। जिसमें सबसे अधिक योगदान पैंथर टीम में शामिल सिपाही रामू दास, राजेंद्र कुमार, राजकुमार पासवान और अजय नापित हैं। इन चारों ने ही दौड़ाकर आरुष को गोमती नदी स्कूल के पास पकड़ा था। इसके बाद डीएसपी हेडक्वार्टर प्रकाश सोए के नेतृत्व में गोला थाना प्रभारी संजय प्रसाद और इंस्पेक्टर संजय कुमार गुप्ता ने धनबाद में छापेमारी की। वहां से इस पूरे अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। इस पूरी टीम को सम्मानित करने के लिए मुख्यालय को पत्र लिखा जाएगा।

 

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