शेल्टर होम में नहीं हुई किसी भी लड़की की हत्या, जदयू ने कहा-विपक्ष के अफवाहों की निकली हवा
सिटी पॉट लाइव : मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड को लेकर बुधवार को सीबीआई की तरफ से अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल पेश हुए. सीबीआई का दावा है कि इस केस में हत्या का कोई सबूत नहीं है और सभी 35 लड़कियों को जीवित पाया गया है. सीबीआई के मुताबिक जिनकी हत्या का शक जताया गया था वो सभी लड़कियां जीवित पाई गई हैं. सीबीआई ने कहा कि जो हड्डियां मिली थी वो किसी अन्य लोगों की थी. वहीं अब इस मामले पर जदयू ने विपक्ष पर हमला किया है. जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम प्रकरण में सीबीआई द्वारा सुप्रीम कोर्ट में पेश किए गए सबूतों से साफ़ हो गया है कि शेल्टर होम में किसी भी युवती की हत्या नहीं हुई है.
इसके साथ ही विपक्ष द्वारा जो भ्रम, झूठ और अफवाह फैलाया गया था, उसकी भी हवा निकल गई है. राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि सीबीआई ने दायर जवाब में कहा है कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में मिली हड्डियां व्यस्क की हैं ना किसी लड़की की. उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य में कानून का शासन है, यहाँ अपराध और अपराधी के लिए कोई रियायत हो ही नहीं सकती है. जाहिर है मुजफ्फरपुर शेल्टर होम पर अभी सुनवाई जारी है. सीबीआई को अभी कई और साक्ष्य पेश करने बाकी है.
हालांकि इस केस से जुड़े सभी 17 मामलों की जांच पूरी होने की जानकारी सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर दिया है. इस मामले में शेल्टर होम का संचालक बृजेश ठाकुर प्रमुख आरोपी है. आरोप है कि जिस शेल्टर होम में बच्चियों के साथ रेप हुआ था, वो ब्रजेश ठाकुर का है. इस मामले में ब्रजेश ठाकुर के अलावा शेल्टर होम के कर्मचारी और बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग के अधिकारी भी आरोपी हैं.कोर्ट आगामी 14 जनवरी को अपना फैसला सुना सकती है.