CAA पर BJP के आक्रामक अभियान तो JDU असहज, मंत्री बोले- बिहार में नहीं है इसकी जरूरत.

City Post Live

CAA पर BJP के आक्रामक अभियान तो JDU असहज, मंत्री बोले- बिहार में नहीं है इसकी जरूरत.

सिटी पोस्ट लाइव : नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Act) पर संसद में बीजेपी (BJP) का साथ देने वाली जेडीयू (JDU), अब बिहार में अपने सहयोगी दल के आक्रामक अभियान से असहज मह्सुश कर रही है. इस कानून का देशव्यापी विरोध देख जेडीयू  ने बीजेपी के CAA को लेकर जागरूकता अभियान को गैर-जरुरी बता दिया है. दरअसल, बीजेपी  के इस अभियान के तहत 14 जनवरी को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का गया में और 16 जनवरी को गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) का बिहार में कार्यक्रम होना है.

ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार (Shravan Kumar) कहा कि बिहार की जनता CAA को लेकर जागरूक है. इसलिए बिहार में किसी तरह के जागरूकता अभियान की जरूरत नहीं है.गया दौरे पर आए बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि बिहार के लोग CAA के प्रति जागरूक हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में एनआरसी लागू नहीं करने की बात पहले ही कह चुके हैं. ऐसे में बिहार में अलग से किसी तरह के जागरूकता अभियान की जरूरत नहीं है.

नागरिकता कानून को लेकर बीजेपी की आक्रमक राजनीति पर परोक्ष रूप से विरोध जताते हुए श्रवण कुमार ने कहा कि बीजेपी  और जेडीयू  अलग-अलग पार्टी है. दोनों का एजेंडा अलग-अलग है. बिहार में दोनों पार्टियां कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत सरकार चला रही हैं. CAA को लेकर बीजेपी  का अपना एजेंडा है और वह उसी के तहत कार्यक्रम करा रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और आरजेडी  का भी इस कानून को लेकर अलग एजेंडा है. वे इसको लेकर उग्र आंदोलन कर सत्ता की उम्मीद कर रहे हैं, पर सत्ता के लिए तो राज्यवासियों के लिए काम करना होगा.

श्रवण कुमार ने कहा कि सभी दलों को नफरत और भ्रम फैलाने की जगह, देश की भलाई के लिए सभी को प्रेम और भाईचारा बनाने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए.दरअसल, नागरिकता कानून को लेकर जिस तरह से विपक्ष अल्पसंख्यकों की गोलबंदी में जुटा है उसी तरह सत्ता पक्ष भी हिन्दू वोटरों को अपने पक्ष में गोलबंद करने में जुटा है.दोनों के अभियान से सबसे ज्यादा नुकशान अपने सेक्यूलर क्रेडेंशियल को लेकर चिंतित रहने वाले नीतीश कुमार और उनकी पार्टी को हो रहा है.दरअसल, बीजेपी भी jdu को अल्पसंख्यकों से दूर करना चाहती है ताकि उसकी निर्भरता बीजेपी पर बढ़े.

Share This Article