अल्पसंख्यकों को गोलबंद करने के लिए तेजस्वी यादव शुरू करेगें यात्रा.
सिटी पोस्ट लाइव : ये साल बिहार के लिए बहुत मायने रखता है क्योंकि इसी साल विधान सभा के चुनाव होने हैं. 2020 के आने के साथ ही चुनावी तैयारी में सभी दल जुत्गाये हैं. बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पूरे प्रदेश की यात्रा पर हैं तो वहीं अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejasvi Yadav) भी सीएम नीतीश कुमार की जल-जीवन-हरियाली यात्रा का जवाब यात्रा से देने जा रहे हैं. मकर संक्रांति के बाद तेजस्वी सीमांचल के इलाकों से अपनी इस यात्रा की शुरुआत करेंगे जिसका मकसद है जनता के बीच एनडीए (NDA) सरकार को एक्सपोज करना.
जब पूरे देश में NRC, CAA और NPR को लेकर कोहराम मचा हुआ है और हर राजनीतिक दल इस मुद्दे के जरिए अपना वोट बैंक को साधने में लगा है तो भला मुस्लिम-यादव समीकरण के बूते अबतक बिहार में राज कर रही लालू यादव की पार्टी भलाचुप कैसे बैठ सकती है.NCR, NPR और CAB के बहाने RJD ने एकबार फिर से अपमे माय समीकरण को मजबूत करने के लिए पूरा जोर लगा दिया है.मकर संक्रांति के ठीक बाद तेजस्वी इन मुद्दों को लेकर बिहार की यात्रा पर निकल रहे हैं.
सबसे ख़ास बात ये है कि इस यात्रा की शुरुआत तेजस्वी सीमांचल के इलाकों से करने वाले हैं जहाँ सबसे ज्यादा अल्पसंख्यक रहते हैं. तेजस्वी की योजना नागरिकता संसोधन कानून के जरिए एनडीए सरकार को घेरना है.नीतीश कुमार के खिलाफ अल्पसंख्यकों को गोलबंद करना है.
तेजस्वी की यह पहली चुनावी यात्रा है. तेजस्वी की साईकिल यात्रा फ्लॉप हो गई थी जिसे लेकर विरोधी आज भी उन पर तंज कसते हैं. जेडीयू नेता अरविंद निषाद कहते हैं कि तेजस्वी की ऐसी यात्राओं से जनता का कोई भला नहीं होने वाला. उन्हें तो बस अपने वोटबैंक की चिंता है जिसकी खातिर तेजस्वी वोट यात्रा पर निकलने वाले हैं.