राजगीर में बनेगी JDU की चुनावी रणनीति, 22-23 जनवरी को नेताओं-कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण.
सिटी पोस्ट लाइव : 2020 के अक्टूबर-नवंबर में होनेवाले बिहार विधान सभा का चुनाव (Bihar Assembly election)की तैयारी में अभी से राजनीतिक दल जुट गए हैं. जेडीयू (JDU) भी अपनी चुनावी रणनीति बनाने में जुटा है. पार्टी के तमाम बड़े से लेकर छोटे नेताओं और कार्यकर्ताओं का जुटान राजगीर (Rajgir) में होने वाला है. 22 और 23 जनवरी को राजगीर में पार्टी का प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है.
गौरतलब है कि सीएम नीतीश कुमार का राजगीर से विशेष लगाव है और इस जगह को पर्यटन के लिहाज़ से अंतरराष्ट्रीय पटल में लाने के लिए उन्होंने कई बड़े फैसले भी किए हैं. यहां की धरती से उन्होंने बड़े-बड़े राजनीतिक फैसले भी लिए हैं लिहाजा इस महाजुटान को भी इसी संदर्भ में देखा जा रहा है.दरअसल चुनावी साल में जेडीयू के प्रशिक्षण शिविर में बिहार के सभी जिलों से 400 चुने हुए मास्टर ट्रेनरों को दो दिन तक ट्रेनिंग दी जानी है. इनके जिम्मे न सिर्फ पार्टी के नीति और सिद्धांत को जनता को बताने का काम होगा बल्कि नीतीश सरकार ने प्रदेश के विकास और जन सरोकार के लिए जो भी काम किए हैं, उसे जनता तक पहुंचाने का काम भी होगा.
नीतीश कुमार के विकास के कार्य जनता तक पहुंचाने के लिए बिहार के तमाम जिलो में जाकर जेडीयू के नेताओं और कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देने का भी काम होगा. आगामी विधान सभा चुनाव में जेडीयू को सरकार के कार्यों का फायदा ज्यादा से ज्यादा मिल सके इसको लेकर पार्टी विशेष रणनीति बना रही है. राजगीर में दो दिन के प्रशिक्षण शिविर में स्वयं नीतीश कुमार भी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेगें.
बिहार विधान सभा चुनाव होने वाला है ऐसे में जेडीयू के नेताओ और कार्यकर्ताओं के लिए स्वयं मुख्यमंत्री की उपस्थिति में ट्रेनिंग होना महत्वपूर्ण हो जाता है. इस बार के विधान सभा चुनाव में जेडीयू की सहयोगी पार्टी बीजेपी है, NRC, NPR और CAA के मुद्दे पर चुनावी मैदान में उतरने की कोशिश में है. इन मुद्दों को लेकर बिहार की सियासत में पहले ही काफ़ी घमासान मचा हुआ है. ऐसे में नीतीश कुमार का सम्बोधन राजगीर में जेडीयू के नेताओ और कार्यकर्ताओं के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण हो सकता है.
उधर प्रशांत किशोर भी दो लाख से ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षण देने का काम 14 जनवरी के बाद बिहार में शुरू कर देगें. इसके लिए अभी से उनकी कंपनी युद्ध स्तर पर पटना में काम कर रही है. सूत्रों के अनुसार अभीतक ढाई लाख से ज्यादा नौजवान उनकी संस्था को आवेदन दे चुके हैं. प्रशांत किशोर उन सभी नौजवानों को राजनीति का पाठ पढायेगें. कैसे अपने राजनीतिक विरोधियों की घेराबंदी करनी है, कैसे विपक्ष के घेराबंदी को तोड़ना है, प्रशांत किशोर बिहार के युवाओं को टिप्स देगें.