झारखण्ड में हेमंत सोरेन की सरकार बनवाने जा रहे हैं सुदेश महतो?
सिटी पोस्ट लाइव : 23 दिसम्बर को ये तय होना है कि झारखण्ड में किसकी सरकार बनेगी. इसबार जनादेश क्या है. लेकिन जनादेश सामने आने से पहले ही सरकार बनाने को लेकर जोड़तोड़ की कोशिस शुरू हो गई है. पक्ष हो या फिर विपक्ष इसबार झारखण्ड में किसी को स्पष्ट बहुमत मिलनेवाला है नहीं. ऐसे में दो-तीन यहाँ तक कि एक विधायक वाली पार्टी भी काफी अहियत रखेगी. वैसे भी झारखण्ड में एक विधायक काफी मायने रखता जब सरकार गठन का समय ओता है.
झारखण्ड में सरकार चाहे रघुवर दास की बने या फिर हेमंत सोरेन की, दोनों को ही दूसरी पार्टियों के समर्थन की दरकार होगी. पार्टियाँ नहीं साथ आयेगीं तो विधायक पार्टियाँ छोड़कर सरकार बनाने आगे आयेगें.अभी से नेता विधायक सभी सरकार बनाने के लिए जरुरी समर्थन के जुगाड़ में जुट गई हैं.
इस बीच अंतिम चरण से ठीक पहले सुदेश महतो और हेमंत सोरेन की मुलाकात के बाद एक बार फिर से चर्चाओं का बाजार गर्म है.ये मुलाक़ात इत्तेफाकन भी हो सकती है या फिर दोस्ती का संकेत भी. दोनों ने अपने मिलन की वजह तो किसी को बताई नहीं लेकिन उनके इस मुलाक़ात को लेकर राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाज़ार गर्म हो गया है.
राजनीतिक जानकार की बात माने तो यदि झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी को शिकस्त मिलती है तो सुदेश महतो महागठबंधन के पाले में पाला बदल कर जा सकते हैं. हालांकि अभी दोनों पार्टियों की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.झारखंड विधानसभा के आम चुनाव के पांचवें और अंतिम चरण के लिए 20 दिसंबर को मतदान कराया जाएगा. इस चरण में 6 जिलों की 16 सीटों पर कुल 237 प्रत्याशियों की किस्मत मतपेटियों में बंद हो जाएगी. सोमवार, 23 दिसंबर को मतगणना होगी. उसी दिन राज्य की सत्ता का भविष्य तय हो जाएगा.