पटना की महिलायें बनना चाहती हैं जल्लाद, हाथों में फंसी के फंदे के साथ उतरीं सड़क पर .
सिटी पोस्ट लाइव : पटना की महिलायें जल्लाद बनना चाहती हैं.कोमल ह्रदय वाली महिलाएं आखिर क्यों बनना चाहती हैं जल्लाद. दरअसल, गैंगरेप की देश भर में बढ़ रही घटनाओं से पटना की अहिलायें बेहद आक्रोशित हैं और वो अपने हाथों से दिल्ली निर्भया गैंगरेप (Nirbhaya Gang Rape) के दोषियों को फांसी देने के लिए तड़प रही हैं.अपनी इच्छा का इजहार करने के लिए शनिवार को पटना की महिलायें अपने हाथों में चाकू और फांसी के फंदे लेकर उतर गयीं. गौरतलब है कि लगातार बढ़ रही गैंगरेप (Gang Rape) की घटनाओं के बाद जहां पूरे देशभर में उबाल है वहीं दिल्ली की निर्भया के दोषियों को जल्द ही फांसी मिलने की तैयारी चल रही है.
दिल्ली के मुनीरका इलाके में छह लोगों ने पैरा मेडिकल छात्रा निर्भया के साथ दिल्ली की सड़कों पर दौड़ती बस में गैंगरेप किया था . निर्भया और उसके साथी को गैंगरेप के बाद बस से नीचे फेंक दिया था. पटना की महिलायें ईन बहशी दरिंदों को अपने हाथों से फांसी देना चाहती हैं. पटना की श्वेता श्रीवास्तव, पिंकी यादव, कंचन, श्वेता चौरसिया, मधु श्रीवास्तव समेत 15 महिलाएं जल्लाद बनने को तैयार हैं. इंसाफ की आस में 7 साल गुजर गए और तिहाड़ जेल में बंद चारों आरोपियों को फांसी देने का दुनिया इंतजार कर रही है. ऐसे में ये पटना की महिलायें उन्हें फांसी देने का अधिकार खुद को देने की मांग कर रही हैं.
गौरतलब है कि दिल्ली के मुनीरका इलाके में छह लोगों ने पैरा मेडिकल छात्रा निर्भया के साथ दिल्ली की सड़कों पर दौड़ती बस में गैंगरेप किया था और निर्भया और उसके साथी को बस से नीचे फेंक दिया था जिसमें वारदात के दो दिन बाद दिल्ली पुलिस ने छह में से चार आरोपियों राम सिंह, मुकेश, विनय शर्मा और पवन गुप्ता को गिरफ्तार किया था जबकि 21 दिसंबर को दिल्ली पुलिस ने पांचवां आरोपी जो नाबालिग था उसे दिल्ली से और छठे आरोपी अक्षय ठाकुर को बिहार से गिरफ्तार किया था.
पटना की महिलाएं तो इतनी आग बबूला हैं कि ना सिर्फ जल्लाद बनकर दरिदों को फांसी देने के लिए तैयार है बल्कि ऐसी घटनाओं में आरोपियों को एनकाउंटर करने और चौराहे पर पब्लिक के हवाले करने की भी मांग कर रही हैं. वो नारे लगाकर कह रही हैं कि जल्लाद हम बनेंगे, जल्लाद हम बनेंगे.. फांसी हम देंगे.बीच चौराहे पर बहशी दरिंदों को मारी जाए गोली.