आजाद पंक्षी हैं बेऊर जेल के कैदी, कुख्यात पैसे के दम पर करते हैं मनमानी
सिटी पोस्ट लाइव : एक ज़माना था जब बिहार की जेलों में कैद कैदी आजाद पंक्षी हुआ करते थे. जेल से घर खाना खाने जाते थे. परिवार के साथ रात गुजरते थे और चुनाव में चुनाव प्रचार करते थे. यहां तक की जेल में बाईजी के नाच का आनंद लेते थे. अब बेउर सेंट्रल जेल से खबर आ रही है कि इस जेल का जेलर चाहे जो भी उसके अधिकार का इस्तेमाल यहाँ कैद पैसे और रसूख वाले कैदी करते हैं. दिल्ली से कुख्यात विकास सिंह की पुलिस कस्टडी से फरारी के बाद बेउर जेल और पटना पुलिस के एक से एक कारनामे सामने आ रहे हैं.
कैदी विकास सिंह की पुलिस कस्टडी से फरार हो जाने के बाद ये बात साफ़ हो गई है कि बेउर जेल ताकतवर कैदी आजाद पंक्षी हैं. जब चाहें जहाँ जा सकते हैं. अपनी गर्ल फ्रेंड के साथ मौज मस्ती कर सकते हैं. अपनी निगरानी में लगे पुलिसवालों के साथ दिल्ली में दारू पार्टी कर सकते हैं.यानी जेब में अगर पैसा है तो कैदी की आजादी की पूरी गारंटी देता है पटना का बेउर जेल और पटना की पुलिस.पुलिस कैदी विकास सिंह की फरारी मामले की जैसे जैसे जांच में आगे बढ़ रही है नया नया खुलासा होता जा रहा है.
कैदी विकास सिंह की फरारी की जांच करने दिल्ली गई पटना पुलिस को होटल का सीसीटीवी फुटैज हाथ लगा है. इस सीसीटीवी फुटैज में विकास सिंह को दो बार देखा गया है.सीसीटी फुटेज में 10.46 में विकास सिंह आराम हाथ हिलाते अकेले ही होटल से बाहर निकलता दिखा गया है.पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि विकास सिंह हर वक्त मोबाइल इस्तेमाल करता था. पटना से दिल्ली जाने के दौरान भी विकास सिंह ने मोबाइल का इस्तेमाल करता रहा. यार बन चुकी पटना पुलिस को इस बात की पूरी जानकारी थी कि कैदी विकास 7033322280 इस नंबर से बड़े आराम से अपना नेटवर्क ऑपरेट करता है.
कैदी विकास सिंह की फरारी की जांच में यह बात सामने आई है कि वो करीब 2 लाख रुपए महीने में उड़ा देता था. पुलिस को इस बात की जानकारी मिली है कि सोना लूटकांड के सरगना सुबोध सिंह और उसके एक गुर्गे बिट्टू सिंह का विकास सिंह के गहरा संबंध है. ये दोनों ही विकास के 2 लाख के खर्च को मैनेज करते हैं.