लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे पटना के 2 सरकारी और 217 निजी हॉस्पिटल, लैब होगें बंद.

City Post Live

लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे पटना के 2 सरकारी और 217 निजी हॉस्पिटल, लैब होगें बंद.

सिटी पोस्ट लाइव : अस्पताल नर्सिंग होम, , लैब पैथोलॉजी एवं डायग्नोस्टिक सेंटर कमाई का सबसे बड़ा जरिया बन गया है. इनके द्वारा लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ का खेल जारी है.अब बिहार सरकार की नींद खुली है. अब सरकार ने राज्य के  2 सरकारी और 217 गैर सरकारी अस्पताल नर्सिंग होम, दंत चिकित्सालय, लैब पैथोलॉजी एवं डायग्नोस्टिक सेंटर बंद करने का फैसला लिया है.स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने इन संस्थानों को बंद करने का आदेश जारी किया है.

इन सभी संस्थानों पर जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन नियमावली 2016 के प्रावधानों का अनुपालन नहीं करने का आरोप है. राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में इन संस्थानों को बंद करने की अनुशंसा स्वास्थ्य विभाग से की थी. उसके बाद विभाग ने सभी संस्थानों को बंद करने का आदेश जारी किया है .जिन दो सरकारी संस्थानों को बंद करने को कहा है और में राजकीय आयुर्वैदिक कॉलेज अस्पताल कदम कुआं और राजकीय तिब्बी कॉलेज अस्पताल शामिल है .

 बुद्धा बर्न अस्पताल व बुद्धा नर्सिंग होम मखनिया कुआं,एपेक्स अस्पताल पाटलिपुत्र कॉलोनी चाइल्ड हॉस्पिटल हॉस्पिटल कंकड़बाग गिरजा अस्पताल राजेंद्र नगर संत मदर हॉस्पिटल संपतचक भव्या e.n.t. हॉस्पिटल रोड मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ट्रामा सेंटर रोड रामानंद ज्योति हॉस्पिटल हॉस्पिटल वेस्ट बोरिंग कैनाल रोड इन प्रभा हॉस्पिटल पाटलिपुत्र कॉलोनी समेत 200 सरकारी अस्पताल ताला लगाने का आदेश दिया है.

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार ये नुर्सिंह होम , , लैब पैथोलॉजी एवं डायग्नोस्टिक सेंटर ईलाज और जांच के नाम पर लोगों के सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे थे.भोले भाले मरीजों को फंसकर कर जांच और ईलाज के नाम पर वसूली करते थे. गौरतलब है कि पटना में ऐसे सैकड़ों हॉस्पिटल खुल गए हैं,जहाँ कोई अनुभवी डॉक्टर्स नहीं है. ईन अस्पतालों में अम्बुलेंस के जरिये मरीजों को फंसकर निजी अस्पताल उनको ईलाज के नाम पर लूट लेते हैं.

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