CAB के समर्थन को लेकर JDU में घमासान जारी, MLA मुजाहिद आलम ने किया विरोध.
सिटी पोस्ट लाइव : नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizenship Amendment Bill) को लकर JDU के अन्दर घमाशान जारी है.इस विधेयक को जेडीयू के समर्थन को लेकर पार्टी के अंदर उठा विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने सबसे पहले विरोध के स्वर उठाए थे और अब पार्टी के कई नेताओं ने विरोध के स्वर तेज कर दिए हैं. खासकर जेडीयू के मुस्लिम नेताओं के विरोध के स्वर कुछ ज्यादा ही मुखर होते जा रहे हैं.
गुलाम रसूल बलियावी (Gulam Rasool Balyawi) ने मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को पत्र लिख समर्थन पर फिर से विचार करने की बात ही है. उन्होंने विरोध करते हुए शायराना अंदाज में कहा, ‘इबतदा ए इश्क़ है रोता है क्या, आगे आगे देखिए होता है क्या. जबकि जेडीयू के कोचाधामन से विधायक मुजाहिद आलम (Mujahid Alam) ने भी नागरिकता संशोधन बिल पर पार्टी के समर्थन का इशारों में विरोध कर दिया है.जेडीयू एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी के बाद किशनगंज के कोचाधामन से विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने पार्टी के स्टैंड का विरोध करते हुए कहा कि मैंने अपने लोगों से बात कर नागरिकता संशोधन विधेयक पर पार्टी के स्टैंड का विरोध किया है और अपने फैसले पर कायम हूं. मैंने अपनी भावना भी पार्टी को बता दी है. ये विधेयक देश हित में नहीं है और मैं अपने स्टैंड से पीछे नहींं हटूंगा.
मुस्लिम बहुल इलाके सीमांचल से जीत कर आने वाले मास्टर मुजाहिद आलम को डर है कि कहीं पार्टी के स्टैंड से मुस्लिम वोटरों की नाराजगी नहीं झेलनी पड़े. सूत्र ये भी बताते हैं कि जेडीयू के कई मुस्लिम नेता खुल कर पार्टी के स्टैंड के ख़िलाफ नहीं बोल रहे हैं, लेकिन बिल पर जेडीयू के स्टैंड से वो भी असहज हाल में हैं. हालांकि जिस तरह से जेडीयू के नेताओं की खासकर मुस्लिम नेताओं की नाराजगी सामने आ रही है वो जेडीयू के लिए अच्छा संकेत नहीं है.
लेकिन नीतीश कुमार इस विरोध से बेपरवाह दिख रहे हैं. उनके समर्थक नेताओं का कहना है कि मुस्लिमों के लिए नीतीश कुमार ने जितना काम किया है उतना किसी भी सरकार ने नहीं किया है. गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन विधेयक पर प्रशांत किशोर, पवन वर्मा और एनके सिंह जैसे जदयू के कद्दावर नेता पहले ही विरोध दर्ज करा चुके हैं.