हर व्यक्ति को करना चाहिए मौलिक दायित्वों का निर्वहणः मुख्य सचिव
हर व्यक्ति को करना चाहिए मौलिक दायित्वों का निर्वहणः मुख्य सचिव
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी ने कहा कि संविधान राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोता है। देश के हर नागरिक को मौलिक दायित्वों की जानकारी रखना आवश्यक है। देश के संविधान की बदौलत ही मजबूत लोकतंत्र और अखंड भारत का निर्माण हुआ। भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की अगुवाई में भारत का संविधान तैयार हुआ। उन्होंने देश को एक सूत्र में बांधने का काम किया है। मंगलवार को मुख्य सचिव झारखंड मंत्रालय के प्रांगण में संविधान दिवस के अवसर पर सभी पदाधिकारी, अधिकारी, कर्मीगण को संविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलाने से पहले संबोधित कर रहे थे। मुख्य सचिव डॉ. तिवारी ने कहा कि समाज में सभी का मौलिक दायित्व होता है। भारत का संविधान सभी लोगों के लिए समान कानून और समान अधिकार का आधार है। देश के हर नागरिक को संविधान से मिले अपने मौलिक अधिकारों का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में समान कानून और संविधान देना एक बड़ी चुनौती थी, परंतु भारत रत्न एवं महान समाज सुधारक बाबा साहेब ने अथक मेहनत और प्रयास कर एक समतामूलक संविधान की रचना की और देश को एक सूत्र में जोड़े रखने का काम किया। उन्होंने कहा कि आज का दिन शपथ लेने का दिन है कि हम सब देश के लोकतंत्र की मजबूती के लिए काम करें जिससे संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर का सपना साकार होगा। कार्यक्रम में मुख्य सचिव ने संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा। प्रांगण में उपस्थित सभी पदाधिकारी अधिकारी एवं कर्मियों ने संविधान की प्रस्तावना को दोहराया। मुख्य सचिव ने संविधान में प्रावधान किए गए 11 मौलिक कर्तव्यों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगले एक साल में एक कैलेंडर के तहत इसके संबंध में सभी नागरिकों को जानकारी दिए जाने और जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सह विकास आयुक्त सुखदेव सिंह, अपर मुख्य सचिव सह वित्त सचिव केके खंडेलवाल, प्रधान सचिव स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग एपी सिंह, प्रधान सचिव विधि विभाग प्रदीप श्रीवास्तव, कैबिनेट सचिव अजय कुमार सिंह, सहित सभी वरीय पदाधिकारी एवं कर्मीगण उपस्थित थे।