शाहनवाज हुसैन ने कहा- बोर्ड को पुनर्विचार याचिका दायर करने का विचार त्याग देना चाहिए
सिटी पोस्ट लाइव : रविवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक हुई. इसमें ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष असदुद्दीन औवेसी समेत देशभर के मुस्लिम नेता पहुंचे. मीटिंग के बाद बोर्ड ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करेंगे. वहीं हिंदू महासभा ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में केवल केस में शामिल पक्षकार ही पुनर्विचार याचिका दाखिल कर सकते हैं. बोर्ड इस मामले में पार्टी नहीं है, इसलिए उसे याचिका दाखिल करने का अधिकार नहीं है.
वहीँ इस पर अब भाजपा के राष्ट्रिय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने इसे बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा है कि जब से राम जन्म भूमि का विवाद सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा तब से देश के सभी हिन्दू और मुस्लिम एक सुर में ये कह चुके हैं कि जो भी कोर्ट का फैसला आएगा वो मान्य होगा. अब जब कोर्ट का फैसला आ चुका है तो पुनर्विचार याचिका किसलिए. उन्होंने कहा कि क्या देश के सभी मुस्लिम समुदाय से इनलोगों ने पूछा है कि पुनर्विचार याचिका दायर करनी चाहिए या नहीं. शाहनवाज ने कहा कि हमने जहां भी सुना या देखा है, सभी बस यही कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला ही सही है. उन्होंने कहा कि उन्हें न्यायालय का फैसला स्वीकार है. बोर्ड को भी पुनर्विचार याचिका दायर करने का विचार त्याग देना चाहिए.
गौरतलब है कि AIMPLB के वकील जफरयाब जिलानी ने कहा, ‘‘शरई वजहों से दूसरी जगह पर मस्जिद की जमीन कबूल नहीं करेंगे. हमें वही जमीन चाहिए, जिसके लिए लड़ाई लड़ी. सुप्रीम कोर्ट के फैसले में कई अंतर्विरोध हैं. जब बाहर से लाकर मूर्ति रखी गई तो उन्हें देवता कैसे मान लिया गया? जन्मस्थान को न्यायिक व्यक्ति नहीं माना जा सकता. गुंबद के नीचे जन्मस्थान का प्रमाण नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि वहां नमाज पढ़ी जाती थी. हमें 5 एकड़ जमीन नहीं चाहिए. 30 दिन के अंदर रिव्यू फाइल करना होता है, जिसे हम कर देंगे.
नई दिल्ली से नेहा सिंह की रिपोर्ट