सिटीपोस्टलाईव:कर्नाटक की राजनीति के लिए आज शनिवार का दिन काफी अहम रहा. शाम 4 बजे यदुरप्पा ने विश्वास प्रस्ताव पर भाषण दिया. भाषण देने के बाद येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.उन्होंने कहा कि जनता ने जन समर्थन दिया.जनता के प्रति आभार प्रकट करता हूँ.लेकिन विधान सभा में बहुमत साबित करने के लिए मेरे पास जरुरी संख्या बल नहीं है.इसलिए मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देता हूँ.मैं जोड़तोड़ में भरोसा नहीं करता .गौरतलब है कि कांग्रेस और जेडीएस ने राज्यपाल के प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी .कोर्ट ने प्रोटेम स्पीकर को सदन की कारवाही कैमरे के सामने कराने का आदेश दे दिया था.सिटीपोस्ट ने सूत्रों के हवाले से सुबह में ही संभावना व्यक्त कर दिया था कि यदुरप्पा इस्तीफा दे सकते हैं क्योंकि उनके पास विधयाकों की संख्या बहुमत साबित करने के लिए पर्याप्त नहीं है.
येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.दरअसल ,प्रोटेम स्पीकर ने योजना बनाई थी कि सदन में हंगामा करवा कर कांग्रेस और जनता दल सेक्यूलर के विधायकों को सदन से बाहर फेंकवा कर विश्वास प्रास्ताव पर वोटिंग करा देगें.और इस तरह से सरकार बच जायेगी.लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने सदन की कार्यवाही कैमरे के सामने कराने का आदेश देकर प्रोटेम स्पीकर की योजना पर पानी फेर दिया.बेचारे यदुरप्पा को नीतीश उम्र की तरह ही सदन में भाषण देने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा.अब कर्नाटक में कांग्रेस और जनता दल सेक्यूलर की सरकार बनेगी .अब कांग्रेस जेडीएस गठबंधन सरकार बनाने की तैयारी में जुट गया है.गौरतलब है बिहार में भी कभी इसी तर्ज पर नीतीश कुमार ने सदन के अन्दर विश्वासमत पेश करने के बाद भाषण दिया था.भाषण के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था .
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