झारखंड में महागठबंधन की तस्वीर साफ, जेवीएम दूर राजद, कांग्रेस, जेएमएम, वामदल साथ
सिटी पोस्ट लाइवः विधानसभा चुनाव को लेकर झारखंड की सियासी हलचल लगातार तेज है। सियासी दोस्ती की नींव रखी जा रही है और गठबंधन की गुंजाईश तलाशी जा रही है। झारखंड में कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राजद और वाम दल के के बीच गठबंधन की जमीन तैयार हो रही है। झारखंड में महागठबंधन की तस्वीर साफ होने लगी है हांलाकि वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति में जेवीएम इस गठबंधन से दूर दिख रहा है।
जेबीएम अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की कांग्रेस और झामुमो से दूरी बढ़ी है. जेबीएम हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ने की दलील दे रहा है. कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व लोकसभा चुनाव में तय हुए फार्मूले में ही आगे बढ़ते हुए हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के लिए तैयार है. बुधवार की रात कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन से मुलाकात की। कांग्रेस और झामुमो ने जेवीएम की सीटिंग 8 सीटों को आपस में बांटने पर सहमति बनाई है.
इन 8 सीटों पर कांग्रेस और झामुमो जो जहां मजबूत होगा वहां से चुनाव लड़ेगा। यूपीए सूत्रों के अनुसार राजद वामदलों के लिए 8 से 10 सीटें छोड़कर जम्मू इन्हें गठबंधन में शामिल करने के पक्ष में है. महागठबंधन में झामुमो 40 से 43 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है, वहीं कांग्रेस 25 से 28 सीटों पर और राजद 5 सीट और वाम दल 4 सीट पर चुनाव लड़ सकता है।
अब यह देखने वाली बात है कि जो आरजेडी 14 सीटों की मांग कर रही थी क्या ओ 5 सीटों पर समझौता करती है और वाम दल जो 6 सीटों की मांग कर रहा था क्या वह 4 सीटों पर समझौता करता है आरजेडी का यह भी कहना था हेमंत सोरेन को बड़ा दिल दिखाना चाहिए। झामुमो को बीजेपी को हराने के लिए कुर्बानी भी देनी चाहिए।सबसे बड़ी खबर यह है कि जेबीएम को इस महागठबंधन में शामिल नहीं किया गया है.