ओवैशी की जीत से खुश है BJP, हिन्दू मतदाताओं के गोलबंदी की उम्मीद
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की किशनगंज विधान सभा सीट से उप-चुनाव में हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-एइत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) की जीत से सबसे ज्यादा खुश बीजेपी है. बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा है कि किशनगंज में कट्टरपंथी सोच वाले ओवैसी की पार्टी का जीतना सेक्युलर राजनीति की दुहाई देने वालों के लिए बड़ी चुनौती है. उन्होंने कहा कि इससे यह भी संदेश मिलता है कि अल्पसंख्यक मतों पर एकाधिकार का राजद-कांग्रेस का दावा खोखला था.
गौरतलब है कि हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM ने आखिरकार बिहार में जीत के साथ दस्तक दे दी है. सूबे में विधानसभा चुनाव से महज कुछ महीने पहले AIMIM ने किशनगंज विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल कर बिहार में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है. पार्टी उम्मीदवार कमरुल होदा ने बीजेपी की स्वीटी सिंह को 10 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से हराया है. जबकि कांग्रेस उम्मीदवार को यहां तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा है.
सुशील मोदी ने आगे कहा कि बिहार विधानसभा की पांच सीटों पर हुए उपचुनाव में एक जमाने के स्वयंभू किंगमेकर लालू प्रसाद की पार्टी मात्र दो सीट जीत पाई. राजद के लिए इस परिणाम का इतना ही महत्व होगा कि अब तेजस्वी प्रसाद यादव को पांच महीने में दूसरी बार अज्ञातवास पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. उन्होंने कहा कि वोटरों ने जो सांत्वना पुरस्कार दिया है, उसे वे वर्ल्डकप की ट्राफी समझ रहे हैं. पार्टी जीत का जश्न डरावने अंदाज में मनाकर अपने 15 साल वाले दौर की याद ताजा कर रही है.
गौरतलब है कि ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-एइत्तेहादुल मुस्लिमीन की जीत के बाद से आगामी विधान सभा चुनाव में बिहार में तीसरा मोर्चा बन जाने की संभावना बढ़ी है.माना जा रहा है कि ओवैसी आगामी विधान सभा चुनाव में सिमांचल की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े कर सकते हैं और उनकी पार्टी के पक्ष में अल्पसंख्यक गोलबंद हो सकते हैं. इस गोलबंदी की प्रतिक्रिया में हिन्दुओं की गोलबंदी संभावित है जिसका सीधे फायदा बीजेपी को मिलेगा .सबसे ज्यादा नुकशान आरजेडी और कांग्रेस को होगा.