दरौंदा में JDU की हार पर जश्न मना रहे BJP-JDU के नेता
सिटी पोस्ट लाइव : सिवान के दरौंधा विधान सभा सीट से जेडीयू प्रत्याशी अजय कुमार सिंह की हार में बीजेपी के नेता तो अपनी बड़ी जीत देख ही रहे हैं साथ ही जेडीयू के विधायक भी अपनी पार्टी के प्रत्याशी की हर का जश्न मन रहे हैं. जेडीयू के विधायक श्याम बहादुर सिंह ने अपनी पार्टी के उम्मीदवार की हार का जमकर जश्न मनाया. दरौंदा में विधायक श्याम बहादुर सिंह ने जीत हासिल करने वाले निर्दलीय उम्मीदवार कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह के साथ जमकर जश्न मनाया. गौरतलब है कि बीजेपी के पूर्व सांसद ओम प्रकाश यादव तो शुरू से ही अजय कुमार सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे. भला वो इस जश्न में कैसे शामिल नहीं होते.
जेडीयू विधायक श्याम बहादुर सिंह की तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हो गयी हैं. वे मतगणना केंद्र के बाहर उप चुनाव में जीत हासिल करने वाले निर्दलीय कर्णवीर सिंह उर्फ व्यास सिंह के साथ V यानि विक्ट्री का चिह्न दिखा रहे हैं. इस तस्वीर में उनके साथ सिवान से दो दफे भाजपा सांसद रह चुके ओमप्रकाश यादव भी नजर आ रहे हैं. श्याम बहादुर सिंह और ओम प्रकाश यादव ने आज व्यास सिंह की जीत के बाद रंग गुलाल भी खेला.
कर्णवीर सिंह उर्फ व्यास सिंह भाजपा के पुराने नेता हैं. उन्होंने पार्टी से बगावत करके उप चुनाव लड़ा था. तमाम कोशिशों के बाद वे नहीं माने तो भाजपा ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया लेकिन वे चुनाव मैदान में डटे रहे. स्थानीय नेताओं के मुताबिक चुनाव प्रचार के दौरान श्याम बहादुर सिंह ने खुलकर व्यास सिंह की मदद की. नीतीश कुमार के पास खबर पहुंची थी, पार्टी ने उन्हें मनाने की भी कोशिश की लेकिन वे नहीं माने. जानकार बताते हैं कि पत्नी के सांसद बन जाने के बाद अजय सिंह ने एक दिन श्याम बहादुर सिंह के बेटे की बेइज्जती कर दी थी, इसके बाद ही श्याम बहादुर सिंह ने उन्हें सबक सिखाने की ठान ली थी.
बीजेपी – और जेडीयू दोनों दलों के नेता ये आरोप लगा रहे हैं कि अजय सिंह सिवान में कभी बीजेपी कार्यकर्ताओं-नेताओं की परवाह नहीं करते. जेडीयू के कार्यकर्ताओं के साथ भी उनका अच्छा संबंध नहीं है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी की लहर में उनकी पत्नी सांसद बन गई तो उनका दिमाग और चढ़ गया. जीत के बाद उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं को थोडा भी भाव नहीं दिया. फिर क्या था बीजेपी के स्थानीय नेता कार्यकर्त्ता उन्हें सबक सिखाने की ठान चुके थे. इस चुनाव में उन्हें ठिकाने लगा भी दिया.