नक्सल अभियान में शहीद हुए जवानों के आश्रितों को मिलेगा 36 लाख रुपये
नक्सल अभियान में शहीद हुए जवानों के आश्रितों को मिलेगा 36 लाख रुपये
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड में नक्सल अभियान के दौरान शहीद हुए जवानों को अब 36 लाख रुपया मिलेगा। पुलिस मुख्यालय की ओर से नक्सल अभियान में शामिल जवानों का बीमा करवाया गया है। पुलिस मुख्यालय के सूत्रों ने बताया कि बीमा का लाभ सभी जिलों में अभियान में शामिल होने वाले पुलिसकर्मियों ,केंद्रीय सुरक्षा बलों और जगुआर तथा जैप के जवानों को भी मिलेगा। पुलिस मुख्यालय के डीआईजी बजट मदन मोहन लाल ने सारे जिलों के एसपी जैप और सीआरपीएफ के पदाधिकारियों को पत्र लिखकर इस संबंध में जानकारी दी है। बीमा के बाद नक्सल हिंसा में शहीद होने वाले सुरक्षाकर्मियों के परिजनों को 36 लाख रुपये का लाभ मिलेगा। वर्ष 20 19-20 के वित्तीय वर्ष के लिए पुलिस मुख्यालय ने द न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी से इस संबंध में एमओयू किया है। पूर्व में झारखंड पुलिस के जवानों को 20 लाख रुपये तक का बीमा कराया जाता था। पत्र के अनुसार नक्सल हिंसा में मौत या पूर्ण रूप से अपंगता की स्थिति में 36 लाख रुपये की राशि शहीद या अपंगकर्मी को दी जाएगी। दोनों हाथ पैर कटने की स्थिति में भी पूरी बीमा राशि मिलेगी। नक्सल अभियान के दौरान घायल होने की स्थिति में 15 लाख रुपए तक के खर्च का वहन कैशलेस सिस्टम के आधार पर किया जाएगा। एक हाथ या एक पैर के नुकसान होने पर 13 लाख रुपए मिलेंगे। नक्सल अभियान के दौरान सांप काटने या बीमारी से मौत की स्थिति में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आए तथ्यों के आधार पर साढे सात लाख रुपए परिजनों को मिलेंगे। नक्सल विरोधी अभियान के दौरान सड़क हादसों में मौत होने पर भी साढ़े सात लाख रुपये का लाभ परिजनों को मिलेगा । शहीद के परिजनों का पार्थिव शरीर एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए 25 हजार रुपये और दो बच्चों की शिक्षा के लिए एक लाख रुपये की क्षति पूर्ति भी दी जाएगी। पत्र में जिक्र है कि केंद्रीय सुरक्षा बल (सीआरपीएफ), जगुआर और जैप के सुरक्षाकर्मी नक्सल विरोधी अभियान में शहीद होते हैं तो उनके लिए संबंधित जिलों के एसपी को एक प्रमाण पत्र देना होगा ।प्रमाण पत्र के जरिए उन्हें यह बताना होगा कि नक्सल विरोधी अभियान में संबंधित सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं। इसके बाद उन्हें इसका लाभ मिलेगा।