पटना जल-जमाव : लार्सन एंड टर्बो कंपनी ने CM की कारवाई पर उठाया सवाल
सिटी पोस्ट लाइव : नमामि गंगा प्रोजेक्ट के तहत बिहार की राजधानी पटना में सीवरेज लाइन बिछाने का काम कर रही निजी कंपनी एल एंड टी (लार्सन एंड टर्बो कंपनी लिमिटेड ) गंभीर संकट में फंस गई है. बिहार सरकार ने पटना में जल जमाव के लिए कंपनी को दोषी मानते हुए उसे नोटिस जारी कर दिया है.सूत्रों के अनुसार कंपनी का जबाब सामने आने के बाद सरकार कंपनी के खिलाफ मुक़दमा दायर कर सकती है.कंपनी के कई बड़े अधिकारियों पर जेल जाने का खतरा मंडरा रहा है.
राज्य सरकार के इस कारवाई से घबराईलार्सन एंड टर्बो कंपनी के अधिकारियों ने आज पटना में एक प्रेस कांफ्रेंस किया.कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर भानु प्रताप रघुवंशी ने सफाई देते हुए कहा कि उनकी कंपनी सीवरेज सिस्टम का काम कर रही है और उसका पानी के निकाशी से कोई लेनादेना नहीं है.उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी केवल सीवरेज का काम कर रही है. जल निकासी की प्रक्रिया अलग होती है.इतना ही नहीं जाने-अनजाने में या फिर जान-बुझकर कंपनी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फैसले पर ही सवाल उठा दिया. कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने कहा कि पब्लिक और मीडिया के दबाव में आकर सरकार ने उनकी कंपनी को नोटिस दे दिया है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के नोटिस को लेकर सवाल उठा रही लार्सन एंड टर्बो कंपनी नमामि गंगा परिजन के तहत सीवरेज का काम कर रही है. कंपनी पर आरोप है कि उसने सीवरेज का काम पूरा नहीं किया और नगर निगम के सीवरेज सिस्टम को नुकशान पहुंचा दिया जो जल जमाव का सबसे बड़ा कारण बना.सिटी पोस्ट लाइव से बातचीत में उद्योग मंत्री श्याम रजक और भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने भी इस कंपनी को जल जमाव के लिए जिम्मेवार ठहरा दिया था.
आज कंपनी के प्रेस कांफ्रेंस में जल जमाव पीड़ितों ने भी जमकर हंगामा किया.लोगों का आरोप था कि कंपनी की लापरवाही की वजह से उनके शहर और घर में दस दिनों तक जल जमाव रहा. उनका घर-बार सबकुछ बर्बाद हो गया है.लोगों ने इतना हंगामा किया कि कंपनी के पदाधिकारियों को वहां से भागना पड़ा.लोगों ने आरोप लगाया कि कंपनी ने एकसाथ शहर में पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया लेकिन कहीं काम पूरा नहीं किया.अपना पाइप लाइन बिछाने के दौरान नगर निगम के नालों को तोड़ दिया जिस वजह से शहर में जल जमाव हो गया.