सिटीपोस्टलाईव: : मधेपुरा जिले के गम्हरिया प्रखंड के बभनी पंचायत के दाहा गांव के जगदीश खां अपनी जीवित मां को जिन्दा साबित करने के लिए पिछले चार महीने से सरकारी बाबूओं का चक्कर लगा रहे हैं.जगदीश खां अधिकारियों के जब भी जाते हैं ,उनकी वह भी उनके साथ होती है जिसे सरकारी फाइलों में फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र के जरिये मृत घोषित कर दिया गया है.लेकिन कोई अधिकारी यह मानने को तैयार ही नहीं.
दरअसल जगदीश खां के बड़े भाई ने अपनी जीवित मां को फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र के जरिये मृत घोषित कर सारा जमीन हड़प लिया है. 10 कट्ठा जमीन के लिए पहले ही बड़े भाई ने 100 वर्षीया मां को मृत घोषित करवा दिया है. बीच फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र के आधार पर कौशल्या देवी के नाम की जमीन भी बेंच दी है. कौशल्या देवी शपथ-पत्र लेकर कि उनकी मृत्यु नहीं हुई है,वह जिन्दा हैं,सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रही हैं.लेकिन सरकारी बाबू उन्हें सरकारी फाइल में जिन्दा दिखाने को तैयार नहीं हैं.
जगदीश खां ने सिटीपोस्ट को बताया कि वह कईबार बीडीओ से अपनी मां के साथ मिल चूका है .वह यह बता बताकर थक चूका है कि निबंधन पदाधिकारी बभनी ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बना दिया है .लेकिन फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र के जरिये मृत घोषित करने की शिकायत पर कोई ध्यान ही नहीं दे रहा . गुरुवार को जगदीश खां को थोड़ी राहत तब मिली जब पहलीबार मामले पर संज्ञान लेते हुए बीडीओ ज्योति गामी ने दो सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर मामले की जांच करने का निर्देश दे दिया.लेकिन यह जांच कबतक पूरी होगी और कौशल्या देबी अपने कब जिन्दा साबित करने की जंग जीत पायेगीं , कोई नहीं जानता .
इसे भी पढ़े :तीन किता की मालकिन है,लेकिन तरस रही है अदद एक रोटी और चौकी के लिए