राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल रिम्स अब मेडिकल यूनिवर्सिटी बनेगा
सिटी पोस्ट लाइव, रांची : राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल रिम्स अब मेडिकल यूनिवर्सिटी बनेगा। इसी यूनिवर्सिटी से झारखंड के सभी मेडिकल काॅलेजाें काे मान्यता दी जाएगी। यहीं से मेडिकल काॅलेज और नर्सिंग काॅलेज की परीक्षा आयाेजित की जाएगी। मेडिकल स्टूडेंट्स का अपना शैक्षणिक कैलेंडर हाेगा। इससे परीक्षा और रिजल्ट के लिए यहां के स्टूडेंट्स काे दूसरे विश्वविद्यालय पर निर्भर नहीं हाेना पड़ेगा। रिम्स गवर्निंग बाॅडी की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने यह घाेषणा की। गौरतलब है कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने भी निर्देश दिया है कि सभी राज्यों में एक मेडिकल यूनिवर्सिटी हो। बैठक में तय हुअा कि नर्सिंग, फार्मेसी, डेंटल और मेडिकल काउंसिल के लिए अलग भवन बनेगा। इसी भवन में चाराें काउंसिल के कार्यालय हाेंगे। इससे मेडिकल स्टूडेंट्स काे रजिस्ट्रेशन और अन्य कामाें में सुविधा हाेगी।
मेडिकल यूनिवर्सिटी बनने से ये हाेंगे फायदे
राज्य के सभी मेडिकल काॅलेज एक ही यूनिवर्सिटी के अधीन अ जाएंगे। मेडिकल काॅलेजाें की दूसरे विश्वविद्यालय पर निर्भरता भी खत्म हाे जाएगी। एक साथ समय पर परीक्षाएं हाेंगी। समय पर रिजल्ट जारी हाेगा। सत्र लेट नहीं हाेगा। झारखंड में मेडिकल शिक्षा में सुधार और एकरूपता हो सकेगी।
ओपीडी का समय बदला, अब सुबह नौ से शाम पांच बजे तक
बैठक में रिम्स अाेपीडी के समय में भी बदलाव किया गया है। अब सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक अाेपीडी चलेगी। बीच में एक घंटे का लंच आ वर हाेगा, जाे पहले दाे घंटे का हाेता था। रिम्स प्रबंधन लगातार इसकी माॅनिटरिंग भी करेगा। बैठक में रिम्स की सफाई और बायाेवेस्ट डिस्पाेजल के लिए निकाला गया टेंडर रद्द कर दिया गया। स्वास्थ्य मंत्री ने रिम्स निदेशक काे 10 अक्टूबर तक दाेनाें के अलग-अलग टेंडर निकालने का निर्देश दिया। मंत्री ने बताया कि मनाेराेग और टीबी व चेस्ट विभाग में शैक्षणिक अाैर गैर शैक्षणिक पद सृजित होंगे।
15 अक्टूबर तक 362 पदों पर नर्सों की होगी बहाली
रिम्स में 15 अक्टूबर तक 362 नर्साें की बहाली होगी साथ ही नर्सिंग काॅलेज में पढ़ाने के लिए बाहर से अाने वाले शिक्षकाें का मानदेय 300 रुपए से बढ़ाकर 500 रुपए प्रति घंटी कर दी गई है। नर्सिंग काॅलेज भवन अाैर हाॅस्टल के जीर्णाेद्धार का काम भी होगा।