रात को अचानक रघुवंश प्रसाद के घर पहुंच गये पप्पू यादव, मुलाकात की खूब हो रही चर्चा
सिटी पोस्ट लाइवः बिहार में एक साथ कई प्रकार की सियासी खिचड़ी पक रही है। उपुचनाव में सीटों की खींचतान को लेकर महागठबंधन पहले हीं टूट चुका है। पूर्व सीएम मांझी, मुकेश सहनी के बाद कांग्रेस भी आरजेडी का साथ छोड़ चुकी है। माना जा रहा है कि आरजेडी से नाराज सहयोगी दल अब गोलबंद हो गये हैं। दूसरी तरफ देर रात पूर्व सांसद पप्पू यादव आरजेडी के बड़े नेता रघुवंश प्रसाद यादव से मुलाकात करने पहुंच जाते हैं। इस मुलाकात को लेकर भी चर्चा का बाजार गर्म है। पप्पू यादव बुधवार की रात अचानक से रघुवंश बाबू से मिलने पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया। पप्पू यादव ने रघुवंश प्रसाद सिंह से काफी देर तक बंद कमरे में बातचीत की। मुलाकात के बाद निकले पप्पू यादव ने कहा कि रघुवंश बाबू उनके अभिभावक हैं लिहाजा वह उनका आशीर्वाद लेने आए थे।
पप्पू यादव ने कहा की विपक्षी एकजुटता में रघुवंश बाबू बड़ी भूमिका निभा सकते हैं और मुलाकात के दौरान उनसे इन सब बातों पर चर्चा हुई है। बिहार की सियासी गलियारों में कई प्रकार के कयास टहलने लगे हैं। सवाल यह भी है कि रघुवंश प्रसाद सिंह और पप्पू यादव की मुलाकात का क्या यह मतलब है कि तेजस्वी यादव के रूख से न सिर्फ महागठबंधन के सहयोगी दल नाराज हैं बल्कि आरजेडी के बड़े नेताओं में नाराजगी है और पप्पू यादव इस नाराजगी को भुनाने की कोशिश में लगे हैं।
क्या पप्पू यादव आरजेडी के नाराज नेताओं को उस संभावित गठबंधन में लाने की कोशिश कर रहे हैं जो महागठबंधन टूटने के बाद बन सकता है। सवाल यह भी है कि रघुवंश प्रसाद सिंह अगर नाराज भी हैं तो क्या वे आरजेडी का साथ छोड़ंेगे? इन सवालों के जवाब तो आने वाले वक्त में मिल जाएंगे लेकिन इस बात के संकेत पहले से मिलते रहे हैं कि रघुवंश प्रसाद सिंह और अब्दुल बारी सिद्धकी जैसे आरजेडी के बड़े नेता पार्टी में तेजस्वी के रवैये से बेहद नाराज हैं। अब्दुल बारी सिद्धकी ने तो बकायदा सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था और उन्ेहें इगो छोड़ने की नसीहत दे दी थी।