गया की पंचायत ने जादू-टोना के आरोपी को सूना दी मौत की सजा
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के गया जिले से एक पंचायत द्वारा तुगलकी सजा सुनाये जाने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है.खबर के अनुसार मानपुर प्रखंड के बुनियादगंज थाने के भेड़िया कला गांव निवासी बसंती मांझी के पति की मौत आज से 6 माह पूर्व हो गई थी. बसंती मांझी का आरोप था कि उसके पति की मौत की वजह छठ्ठू मांझी है.बसंती मांझी का आरोप था कि छठ्ठू मांझी ने तंत्र मंत्र का चक्कर चला कर उसके पति को बीमार किया फिर मार डाला.
इसी मामले को लेकर गावं की पंचायत बैठी.पंचायत ने छठ्ठू मांझी के खिलाफ तालिबानी फैसला सुना दिया. छठ्ठू मांझी को मौत की सजा दे दी. हद तो तब हो गई जब पंचायत के फैसले को मलिजामा पहनाने के लिए ग्रामीणों ने आरोपी की जमकर पिटाई शुरू कर दी. इतना ही नहीं गला रेत कर उसे मार डाला. पंचायत के इस फैसले और ग्रामीणों की इस करतूत पर पूरा इलाका हैरान है.
सूत्रों के अनुसार बसंती मांझी के द्वारा छठ्ठू मांझी पर तंत्र मंत्र और जादू-टोना का आरोप लगाए जाने के बाद गांव वालों ने पंचायत बुलाई. पंचायत में यह निर्णय लिया गया कि तंत्र मंत्र कर बसंती देवी के पति को मारने वाले छट्ठू मांझी को भी मौत के बदले मौत की सजा दी जाय.पंचायत के इस फैसले के बाद छठ्ठू मांझी का बेटा अपनी पत्नी के साथ गावं छोड़कर भाग गया. फिर क्या था छठ्ठू मांझी को पंचायत ने पकड़ा और सरेआम मौत की सजा दे दी.पंचायत की सजा सुनाने के बाद बसंती देवी के दो बेटों और उसके भाई ने छट्ठू मांझी का गला पसली से रेत दिया.
पंचायत की तालिबानी फैसले और बुजुर्ग की हत्या की खबर पूरे इलाके में फैल गई. सूचना मिलते ही पुलिस आनन-फानन में घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस ने बसंती देवी के घर पर छापेमारी कर मांझी का शव बरामद कर लिया. मौके पर उपस्थित बसंती देवी और उसके दो बेटों राजकुमार मांझी और राहुल मांझी को गिरफ्तार कर मामले की जांच में जुटी है.