अखंड भारत के निर्माण का विधेयक पेश करने के लिए पीएम और गृहमंत्री को बधाईः रघुवर दास

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अखंड भारत के निर्माण का विधेयक पेश करने के लिए पीएम और गृहमंत्री को बधाईः रघुवर दास
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: जम्मू-कश्मीर पर राज्यसभा में ऐतिहासिक बिल के लिए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के गृहमंत्री अमित शाह को बधाई दी है। सावन के तीसरे सोमवार को उन्होंने कहा कि भारत की जन आकांक्षाओं को पूरा करने वाला यह विधेयक है। यह अखंड भारत के निर्माण का विधेयक है। कश्मीर को लेकर मुख्यमंत्री दास ने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। पाकिस्तान जिसका नाम पूरी दुनिया में आतंकवाद फैलाने को लेकर कुख्यात है, जो छद्म युद्ध या आतंकवाद के माध्यम से कश्मीर या भारत के अन्य भागों में अराजकता फैलाना चाहता है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और देश के गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में आतंकवाद पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। करोड़ों देशवासियों की चाहत है कि कश्मीर घाटी आतंकवाद मुक्त हो, देश के अन्य हिस्सों में जिस तरह विकास हो रहा है, कश्मीर में भी उसी तरह का विकास होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने राज्य में खुशहाली और अमन-चैन की प्रार्थना की
श्रावण मास के तीसरी सोमवारी के अवसर पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर प्रांगण में भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक कर राज्य में खुशहाली और अमन-चैन की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि तीसरे सोमवार के साथ ही आज नागपंचमी भी है। समस्त झारखंडवासियों को इस अवसर पर ढेर सारी शुभकामनायें।
जलार्पण के पश्चात मंदिर प्रांगण में किया पौधरोपण
बारीडीह स्थित हरि मंदिर प्रांगण से संकल्प कराकर मुख्यमंत्री ने कांवरियों के साथ पदयात्रा करते हुए सिदगोड़ा स्थित शिव मंदिर में जलार्पण किया। बोल बम का जयकारा लगाते हुए मुख्यमंत्री दास ने कांवरियों का भी हौसला बढ़ाया। जलार्पण के बाद उन्होंने मंदिर प्रांगण में पोधरोपण भी किए और शिवभक्तों से मिलकर उन्हें शुभकामनायें दी।
राममंदिर की प्रतिदिन सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का आभार
सीएम दास ने कहा कि 2014 के बाद से भारतीय राजनीति में राष्ट्रीयता का पुनर्जागरण हुआ है। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए प्रतिदिन सुनवाई करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का आभारी हूं। भगवान राम भारतीय संस्कृति के प्रतीक हैं। अयोध्या में भगवान राम का मंदिर अवश्य बने, इस दिशा में सभी धर्म और संप्रदाय के लोगों से अनुरोध है कि आपसी सदभाव और सौहार्द्र की भावना से मंदिर निर्माण में सहयोग करें।
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