आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने रामरेखा धाम में की पूजा-अर्चना
रांची: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत बुधवार को सिमडेगा स्थित रामरेखा धाम पहुंचे और यहां पर उन्होंने पूजा-अर्चना की। इस दौरान रामरेखा धाम के महंत उमाकांतजी महाराज से उन्होंने एकांत में मंत्रणा भी की। डॉ. भागवत अपने तीन दिवसीय प्रवास पर मंगलवार शाम को झारखंड की राजधानी रांची पहुंचे। बुधवार को विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद शाम को वे सिमडेगा से रांची लौटेंगे और रात्रि विश्राम के बाद गुरुवार को कोलकाता होते हुए ओडिशा के लिए रवाना होंगे। इस दौरान संघ प्रमुख से कई स्थानीय हिंदू संगठनों के बुद्धिजीवियों ने भी मुलाकात की। अपनी विशेष संपर्क योजना के तहत अपने प्रवास के दौरान संघ प्रमुख देशभर में साधु-संतों से मुलाकात कर रहे हैं। इसी कड़ी में वे बुधवार को रामरेखा धाम के महंत से मिलने पहुंचे। पिछले वर्ष 17 नवंबर को जब डॉ. भागवत रांची आए थे, तो मुलाकात के दौरान रामरेखा धाम के बाबा उमाकांतजी महाराज ने उन्हें सिमडेगा आने का निमंत्रण दिया था। सिमडेगा पहुंचने वाले डॉ. भागवत दूसरे सरसंघचालक हैं। इससे पहले 5वें सरसंघचालक केसी सुदर्शन छह अप्रैल 2001 को रामरेखा धाम पहुंचे थे। उल्लेखनीय है कि सिमडेगा से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित रामरेखा धाम एक पवित्र स्थान है। चौदह वर्ष के वनवास के दौरान भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण कुछ समय के लिए यहां ठहरे थे। रामरेखा धाम के कुछ वास्तुशिल्पीय संरचना में अग्नि कुंड, चरण पादुका और गुप्त गंगा आदि शामिल हैं।