सिटीपोस्टलाईव:”पोस्टर पर धमकी “बिहार के बेगूसराय जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के सीमांत किसान दहशत में हैं. उनकी दहशत की वजह उनके घर की दीवार पर रातों रात चिपकाया गया पोस्टर है. यह पोस्टर तो चोरों की तरह रात के अँधेरे में चिपकाया गया है लेकिन धमकी दी गई है दिन-दहाड़े उठा ले जाने और जान से मार देने की. सोमवार की सुबह ये पोस्टर गांव के तीन बड़े किसानों के घरों की दीवारों पर चिपकाया गया है. गांव के मनोज ठाकुर, गणेश ठाकुर और अजय ठाकुर जब सुबह घर से बाहर निकले तो उनका ध्यान सबसे पहले इन्हीं धमकी भरे पोस्टरों पर गया.पोस्टर पर धमकी” इन धमकी भरे पत्रों में साफ़ साफ़ लिखा है-“दो माह के अन्दर अपनी जमीन का पेपर तैयार रखें. इन कागजातों को उन्हें सौंप दें, नहीं तो पुरे परिवार समेत मरने को तैयार रहें. इस धमकी भरे पत्र को देखकर किसान दहशत में आ गए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह धमकी भरा पत्र पहली बार गांव में नहीं चिपकाया गया है. इसके पहले भी ऐसे पोस्टर 2 मई को दुसरे किसानों के घर की दीवारों पर चिपकाए जा चुके हैं. ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह के पोस्टर चिपकाए जाने की सूचना भगवानपुर थाने की पुलिस को दे दी गई थी. पुलिस गांव में पड़ताल करने आई भी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. आज फिर से ये पोस्टर दुसरे तीन किसानों के घर की दीवारों पर चिपका दिया गया है.फिलहाल पुलिस धमकी भरे पोस्टर मामले का अनुसन्धान कर रही है, लेकिन अभीतक कोई क्लू हाथ नहीं लगा है कि किसने ये पोस्टर चिपकाए हैं. यह किसी व्यक्ति की शरारत है या फिर नक्सली संगठनों के आने की आहाट है. गौरतलब है कि इस तरह के पोस्टर पहले केवल मध्य बिहार में ही चिपकाए जाते थे, जहाँ नक्सली संगठनों का बोलबाला है. पुलिस जांच में जूटी है कि गांव का कौन शख्स इस परचा चिपकाने वाले संगठन की संपर्क में है. पुलिस का मानना है कि अगर ये काम नक्सली संगठनों का है तब भी इन्हें चिपकाने का काम किसी स्थानीय व्यक्ति की मदद से ही किया गया होगा.