कांग्रेस को सीएम कैंडिडेट के रूप में मंजूर नहीं हैं तेजस्वी! राजद के साए से बाहर आने के लिए छटपटा रही पार्टी
सिटी पोस्ट लाइवः 2019 के लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद महागठबंधन का कुनबा बिखरता नजर आ रहा है। कांग्रेस सरीखे महागठबंधन के महत्वपूर्ण दल अब राजद के पिछलग्गू बनने को तैयार नहीं है। बिहार कांग्रेस आरजेडी के साए से बाहर निकलने के लिए छटपटाती दिखायी देती है। लोकसभा चुनाव के बाद सदानंद सिंह सहित दूसरे कांग्रेसी नेताओं ने स्पष्ट कहा था कि बिहार में कांग्रेस को अपने दम पर आगे बढ़ना चाहिए और राजद के साए से आगे निकलना चाहिए और अब कांग्रेस यही करती दिखायी दे रही है। कांग्रेस ने तेजस्वी यादव को सीएम कैंडिडेट मानने से इंकार कर दिया है।
6 जुलाई को राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यह एलान कर दिया गया कि तेजस्वी यादव राजद के एकमात्र नेता होंगे और 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में सीएम कैंडिडेट होंगे। इस मामले पर महागठबध्ंान के दूसरे सहयोगियों का बयान तो नहीं आया है लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से खबर है कि कांग्रेस ने दो टूक कह दिया है कि सीएम कैंडिडेट के रूप में तेजस्वी मंजूर नहीं है।
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद बिहार में महागठबंधन के विभिन्न दलों ने 29 मई को समीक्षा बैठक की. पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर हुई इस बैठक में महागठबंधन के घटक दलों के कई बड़े नेता इसमें शामिल हुए, लेकिन इसमें कांग्रेस पार्टी की ओर से कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा था.जाहिर है कांग्रेस ने तब से ही यह संकेत देना शुरू कर दिया है कि अब वह आरजेडी की बैसाखी पर नहीं चलना चाह रही है.