‘चमकी’ ने ली एक और जान, मरने वाले मासूमों की मौत का आंकड़ा 190 पार
सिटी पोस्ट लाइवः मुजफ्फरपुर और उसके आस-पास के इलाकों के लिए महामारी साबित हो रहा ‘चमकी’ बुखार की वजह से कल एक और मासूम ने दम तोड़ दिया। पूर्वी चंपारण के बथुआ पिपरा की आठ वर्षीय प्रीति कुमारी चमकी से पीड़ित थी और लगातार मौत से लड़ाई लड़ रही थी और आखिरकार यह बुखार उस मासूम के लिए भी जानलेवा साबित हुआ। प्रीति ने भी चमकी की वजह से दम तोड़ दिया। आपको बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों में चमकी बुखार से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है. मंगलवार देर रात इस बीमारी की चपेट में आए एक और बच्चे की मौत हो गई. इस चमकी बुखार से अब तक 190 बच्चे दम तोड़ चुके हैं. वहीं, इससे ग्रसित सात नए मरीजों को भर्ती कराया गया है.
मंगलवार को चमकी बुखार से मौत हुई बच्ची की पहचान पूर्वी चंपारण के बथुआ पिपरा की आठ वर्षीय प्रीति कुमारी के रूप में की गई है. वहीं, रात 10 बजे तक सात नए बच्चों को भर्ती कराया गया है.मुजफ्फरपुर और इसके आस-पास के इलाकों में भयंकर गर्मी और उमस की वजह से बच्चे एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी कि चमकी बुखार का तेजी से शिकार हो रहे हैं. हालांकि सरकार का कहना है कि अधिकतर मौत का कारण हाईपोग्लाइसीमिया है, यानी लो ब्लड शुगर. वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि हाईपोग्लाइसीमिया इस बुखार का ही एक भाग है.