तीन तलाक पर जेडीयू का बयान-‘बिना तलाक के वृद्धा आश्रम में पल रही महिलाओं पर विचार करे सरकार’
सिटी पोस्ट लाइवः तीन तलाक बिल को लेकर बीजेपी और जेडीयू की राय अलग-अलग है। जेडीयू समय-समय पर अपनी राय स्पष्ट करती रही है। एक बार फिर जेडीयू ने इस मुद्दे को लेकर अपनी राय स्पष्ट की है। जेडीयू विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी ने क हा है कि तीन तलाक मुुद्दे पर जेडीयू का रास्ता बीजेपी से अलग है। उन्होंने कहा है कि किसी धर्म को आहत करने वाला कोई भी कानून अगर आएगा तो हम डट कर उसके खिलाफ विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार उन महिलाओं के बारे में क्यों नहीं विचार कर रही जो बिना तलाक के ही वृद्धा आश्रम में पल रही हैं.जदयू नेता यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि बगैर तलाक के अपनी पत्नियों को लावारिस छोड़ने वाले मर्दों के खिलाफ कोई कानून क्यों नहीं बना.
अगर हिम्मत है तो बगैर तलाक दिए हुए अपनी पत्नी को छोड़ने वाले पतियों के खिलाफ कोई कानून बनाएं. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार में दम है तो वैश्यामुक्त भारत बनाने की बात करें. उन्होंने कहा कि यह एकतरफा टारगेट किया जा रहा है. तीन तलाक लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधने वाले जेडीयू एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहे हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले उन्होंने नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने की मांग करके राजनीति में भूचाल ला दिया था।